Monday, April 2, 2012


शिक्षकों के रिक्त पदों का फिर से तैयार होगा ब्यौरा
(UPTET : Cancel Old Recruitment Process , Agreed to Start Fresh Recruitment Process )

Biggest Shock to UPTET 2011 Candidates Collecting Details of Vacant Post of Teachers
पुरानी भर्ती प्रक्रिया निरस्त कर नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति बनी
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद में रिक्त सहायक अध्यापकों का ब्योरा फिर से तैयार किया जाएगा। रिक्तियों का ब्योरा मिलने के बाद शिक्षकों की भर्ती के लिए भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय से नए सिरे से अनुमति मांगी जाएगी। शिक्षकों के रिक्त पदों का ब्योरा जिला 
बेसिक शिक्षा अधिकारियों से शीघ्र ही मांगा जाएगा। 
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) देश के सभी राज्यों को बीएड डिग्रीधारकों को प्राइमरी स्कूलों में सीधे शिक्षक रखने की अनुमति दी थी। इसके लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनिवार्य करते हुए यह भर्ती 1 जनवरी 2012 तक करने की अनुमति दी गई थी। मायावती सरकार ने इसके आधार पर 72 हजार 825 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए आवेदन मांगा था, लेकिन भर्ती प्रक्रिया शुरू होती इससे पहले आचार संहिता लागू हो गई और टीईटी में धांधली उजागर हो गई। इसके चलते पुरानी भर्ती प्रक्रिया निरस्त कर नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति बनी है। 
शिक्षकों की भर्ती के लिए नए सिरे से रिक्तियों का ब्योरा तैयार किया जाएगा। इसके बाद वास्तविक जरूरत के आधार पर ही भारत सरकार से शिक्षकों की भर्ती की अनुमति मांगी जाएगी। इससे पहले शिक्षकों की भर्ती के लिए पुरानी व्यवस्था लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली को संशोधित कर लिया जाएगा। इसमें भर्ती प्रक्रिया शैक्षिक मेरिट के आधार पर ही करने का प्रावधान कर दिया जाएगा।

News : Amar Ujala (2.4.12)
UPTET : सात को होगा क्रमिक अनशन
 ललितपुर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में लखनऊ के आंदोलन को पुरजोर समर्थन देने का निर्णय लिया गया। इस क्रम में सात अप्रैल को घंटाघर प्रांगण में क्रमिक अनशन किया जाएगा। इसके अलावा लखनऊ में चल रहे अनशन में जत्था भेजने की योजना बनाई गई।
वक्ताओं ने कहा कि टीईटी परीक्षार्थियों ने बड़ी मेहनत से परीक्षा उत्तीर्ण की, इसके बाद भी उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है। इन हालातों में टीईटी अभ्यर्थियों को आंदोलन करने को विवश होना पड़ा। लखनऊ में अनेक छात्र आमरण अनशन पर डटे हैं। वहीं, सात अप्रैल को घंटाघर प्रांगण में क्रमिक अनशन करने का निर्णय लिया गया। राजेंद्र राठौर ने बताया कि लखनऊ में चल रहे अनशन को समर्थन देने के लिए एक जत्था ललितपुर से रवाना होगा। बैठक में नीलेश पुरोहित, दीपक गुप्ता, अनुपम गुप्ता, प्रदीप सैनी, अजय रैकवार, नीरज रैकवार, मनोज दुबे, धर्मेंद्र, राहुल तिवारी, दिलीप सेन, रामचरन कुशवाहा, अंसार खान, महेश बबेले आदि उपस्थित रहे।

टीईटी अभ्यर्थियों ने रैली निकाली
उरई (जालौन)। टीईटी के सैकड़ों उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को शहर में रैली निकालकर नारेबाजी की तथा लखनऊ में चल रहे अनशन में भाग लेने के लिये टीईटी अभ्यर्थियों का आह्वान किया। टीईटी अभ्यर्थियों ने आज कोंच रोड से रैली निकाली। इसमें शामिल सैकड़ों अभ्यर्थी सरकार के विरोध में नारे लगा रहे थे। रैली माहिल तालाब, घंटाघर, मच्छर चौराहा होते हुए गांधी मार्केट स्थित गांधी चबूतरे पर पहुंची। यहां अभ्यर्थियों ने घोषणा की कि दो अप्रैल को अपराह्न तीन बजे ट्रेन द्वारा लखनऊ पहुंचकर सैकड़ों अभ्यर्थी अनशन में शामिल होंगे।
इस मौके पर रामजी सोनी, शफीक अंसारी, विनोद कुमार, अमित गौतम, राकेश वर्मा, रामशंकर प्रजापति आदि मौजूद रहे। ब्यूरो


जिले के एक और अभ्यर्थी की हालत हो गई खराब
  • प्रदेश भर के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का क्रमिक अनशन दारुलशफा में तीसरे दिन भी जारी 
हरदोई। शिक्षक बनने का सपना लेकर प्रदेश भर के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का तीसरे दिन रविवार को लखनऊ के दारूलसफा में क्रमिक अनशन जारी रहा। आज जिले के एक और अभ्यर्थी की हालत खराब होने पर जिले के अभ्यर्थियों की संख्या बढ़कर दो हो गई। बताते चले कि एक दिन पूर्व ही जिले के मोर्चा अध्यक्ष अवनीश यादव को लखनऊ के चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। इधर, तीसरे दिन रविवार को जिले के एक ओर अभ्यर्थी आलोक गुप्ता की हालत अनशन के दौरान ही खराब हुई तो उन्हें भी भर्ती कराया गया। अनशन में जिले के शामिल अतुल शुक्ला, हृदेश श्रीवास्तव, अजय मिश्रा, मोहित आदि का कहना है कि इससे सरकार के प्रति रोष लगातार बढ़ता जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि हालत खराब होने के कारण धरने में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों में तीसरे दिन 10 और लोगों को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया लेकिन इसके बाद भी किसी जिम्मेदार के द्वारा टोह नहीं ली गई।

उत्तीर्ण करने वालों को नियुक्ति दिलाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाए
•टीईटी परीक्षा में घोटाले का मामला
टीईटी उत्तीर्ण विजय कुमार ने कहा कि इस परीक्षा को निरस्त कराकर यदि कोई दूसरी प्रणाली लागू की जाती है तो भ्रष्ट कर्मियों के चलते क्या गारंटी होगी कि भ्रष्टाचार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि टीईटी परीक्षा के घोटाले की जांच कराकर दोषियों को सलाखों के पीछे डालना चाहिए। इस मौके पर मनोज कुमार, मनोज श्रीवास्तव, संजय यादव, मुहम्मद कमर, सुनील यादव, अनिल कुमार, तालेवर सिंह, योगेंद्र सिंह, शिव कुमार पाठक, मुहम्मद सलीम, शिशिर माहेश्वरी, विवेक यादव, इरफान, शेरसिंह सहित अन्य बेरोजगार मौजूद रहे।

चित्रकूट। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई।
 इसमें सरकार से मांग की गई कि मामले की जांच आंसर शीट के आधार पर की जाए। साथ ही द्वेषपूर्ण नीति न अपनाने का अनुरोध किया गया। रविवार को कचहरी प्रांगण में हुई बैठक में अध्यक्षता करते हुए जिला उपाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि शिक्षित बेगुनाह बेरोजगारों को न्याय देने की जिम्मेदारी सरकार की है। मीडिया प्रभारी आलोक पांडे ने लखनऊ में आमरण अनशन पर बैठे टीईटी अभ्यर्थियों के समर्थन में जिले से अधिक से अधिक लोगों को जाने की सलाह दी। प्रदीप तिवारी ने मांग की कि भर्ती में धांधली करने वाले अधिकारियों को दंडित किया जाए। बैठक में राजबहादुर, प्रभुदयाल सिंह, अनिल पांडे, अशोक, विमल गुप्ता, रामहित, भरत कुमार, त्रिभुवन, विराग सिंह, अमित सोनी, गौरव, वीरेंद्र, मदन पांडे भी मौजूद रहे।


सरकार पर गरजे टीईटी अभ्यर्थी 
•निरस्त भर्ती प्रक्रिया बहाल करने की मांग उठाई 
फीरोजाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा संघर्ष मोर्चा सरकार द्वारा बदली जा रही भर्ती प्रक्रिया के विरोध में खुलकर आया। लखनऊ में आमरण अनशन के साथ जनपद में अब खिलाफत के स्वर मुखर हो उठे हैं। सत्तारूढ़ सरकार से युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ न करने की मांग प्रमुखता से उठाई गई है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा संघर्ष मोरचा की बैठक गांधी पार्क में हुई। इसमें जिलाध्यक्ष सुमित सारस्वत ने कहा सरकार ने युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बनाने का कार्य अध्यापक भर्ती प्रक्रिया को रद्द करके किया है। एक ओर सरकार बेरोजगारी भत्ता बांट रही है। दूसरी तरफ रोजगारपरक योजना पर ताला लगाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार युवाओं की मांगों को ध्यान में रखते हुए उचित कार्रवाई करे। महामंत्री आशीष वर्मा ने कहा कि सरकार युवाओं के साथ यह मजाक करना बंद करे। जिला मीडिया प्रभारी गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार टीईटी परीक्षा को मान्यता देते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को दिशा प्रदान करे। बैठक में विवेक सिंह कुशवाह, राहुल जैन, शैलेंद्र कुमार, शिखा कश्यप, सुनीता शर्मा, गुंजन यादव, सुरेश यादव आदि उपस्थित थे। वहीं, जनपद के तमाम अभ्यर्थी लखनऊ में चल रहे आमरण अनशन में भी बैठकर अपनी आवाज बुलंद किए हुए हैं। लखनऊ से अरविंद सिंह ने कहा कि प्रशासन निरंतर अनशन खत्म करने को दबाव बना रहा है लेकिन मांगें पूरी न होने तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा।


विधायक को दिया ज्ञापन
मोंठ (झांसी) । कस्बे में टीईटी संघर्ष मोर्चा के अभ्यर्थियों ने विधायक दीप नारायण सिंह को टीईटी परीक्षा निरस्त न करने, शिक्षक भर्ती प्रक्रिया भी न बदलने एवं शीघ्र नियुक्ति करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस पर विधायक ने मोर्चा के सदस्यों को आश्वासन दिया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा एवं जल्द ही वह इस मुद्दे को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे। ज्ञापन सापने के बाद मोर्चा ने एक सभा की, इसमें सभी अभ्यर्थियों ने निर्णय लिया कि एक अप्रैल को सभी अभ्यर्थी दारूल सफा मैदान लखनऊ पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर सुरजीत सिंह राजपूत, रामशरण श्रीवास्तव (मिंटू), हृदेंद्र नारायण पांडेय, धीरज गुप्ता, मनीष वर्मा, विजय नामदेव, अजय गौतम, धर्मेंद्र यादव, गजराज यादव, मनोज यादव, मिंकू, विपिन, राजेेंद्र साहू, अनुराग पांडेय, आशीष मिश्रा, जाहिद खान, अंशू यादव, बाबूराम साहू, शरद गुप्त, राम सिंह, मयंक खरे, भरतलाल पाल, केशवदास, मुकेश कुशवाहा, अवधेश गुप्ता, अकरम खान, अख्तर अली आदि अभ्यर्थी उपस्थित रहे।

मेरिट के आधार पर किया जाए चयन 
•टीईटी उत्तीर्णों की देवपुरा में बैठक आयोजित 
मैनपुरी(ब्यूरो)। टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) उत्तीर्ण युवाओं की बैठक मोहल्ला देवपुरा स्थित एक विद्यालय में आयोजित की गई। बैठक में युवाओं ने कहा कि पूर्व निर्धारित मानकों के आधार पर टीईटी की परीक्षा में मेरिट के आधार पर लोगों का चयन शिक्षक पद पर किया जाए। रविवार को आयोजित बैठक में भोले भदौरिया ने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास होते ही तत्काल नौकरी की उम्मीद के चलते युवाओं ने टीईटी परीक्षा को लेकर काफी मेहनत की थी। अच्छे अंकों के साथ टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। टीईटी परीक्षा में पूर्व निर्धारित मेरिट के आधार पर ही युवाओं को नौकरी दी जाए। अजय मिश्रा ने कहा कि पूरे प्रदेश के छात्र अपने युवा मुख्यमंत्री की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री को इसे देखते हुए हमारे साथ न्याय करना चाहिए। शिक्षक चयन प्रक्रिया को पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार जल्द ही बहाल किया जाए। बैठक में रियाज अहमद, रिजवान, विपिन तोमर, वीर प्रताप सिंह, अलका, सोनिया, कविता, प्रभा चौहान, शिशु यादव, कल्लू यादव आदि ने मुख्यमंत्री से तत्काल पुरानी व्यवस्था के तहत चयन कराने की मांग की।

 News : Amar Ujala (2.4.12)
प्रवक्ता चयन की फाइलें खुलीं, जीआईसी में पिछले साल तीन हजार शिक्षकों की हुई थी तैनाती
(Investigation Starts for Selection of LT Grade GGIC  Teachers / Lecturers in GIC )

तीन अधिकारियों पर गंभीर आरोप 
इलाहाबाद। जीआईसी में पिछले बरस नियुक्त तीन हजार प्रवक्ताओं के चयन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। चयन प्रक्रिया और कुछ चयनित उम्मीदवारों को लेकर आपत्तियां की गई हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने शिकायत की है कि प्रवक्ता चयन में चार सौ से अधिक उम्मीदवारों की नियुक्ति और तैनाती में फर्जीवाड़ा हुआ है। आरोप है कि शिकायतें दिसंबर में ही की गई थीं लेकिन तब माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन समेत विभाग के कुछ अन्य अधिकारियों ने इसे दबा दिया। नई सरकार के गठन के बाद अभ्यर्थियों की शिकायत पर जांच को कमेटी बना दी गई है। कमेटी ने प्रवक्ता चयन की फाइलें खंगालनी शुरू कर दी हैं।
एलटी ग्रेड के तहत प्रदेश के नौ सौ से अधिक विद्यालयों में लगभग तीन हजार पदों पर प्रवक्ताओं के चयन सीधी भर्ती में किया गया था। राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ताओं का चयन लोक सेवा आयोग की तरफ से होता है लेकिन इन पदों पर सीधी भर्ती के तहत चयन किया गया जिसके कारण शुरू से ही इसे लेकर विवाद रहा। कई अभ्यर्थियों ने नाम, अंकपत्र सहित आरोप लगाए कि दसवीं, बारहवीं, स्नातक में काफी कम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों का चयन कर लिया गया। यह भी आरोप लगे कि यूपी बोर्ड से पढ़ने वाली कई अभ्यर्थियों ने सीबीएसई या सीआईएससीई बोर्ड की मार्कशीट लगाई।अभ्यर्थियों की मानें तो उन्होंने निदेशक संजय मोहन से मिलकर कई अभ्यर्थियों का ब्योरा दिया था लेकिन कोई जांच नहीं हुई। बाद में टीईटी विवाद के कारण यह मामला ठंडा पड़ गया। अभ्यर्थी मालविका अवस्थी, रागिनी सिंह, प्रियांशी, देविका मिश्रा, राधारानी, तूलिका तिवारी, फरहाना समेत 37 ने सरकार गठन के बाद फिर से आपत्ति की है। कमेटी के एक सदस्य माध्यमिक शिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तीन अधिकारियों पर गंभीर आरोप


 News : Amar Ujala (2.4.12)

प्रवक्ता चयन में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू 
( UPMSSCB / UPSESSB : Investigation Starts for 3000 Lecturers / LT Grade Teachers Selection in GIC during Last 3 Years )

इलाहाबाद। राजकीय इंटर कालेजों में पिछले बरस नियुक्त तीन हजार प्रवक्ताओं के चयन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। चयन प्रक्रिया और कुछ चयनित उम्मीदवारों को लेकर गंभीर आपत्तियां की गई हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने लिखित शिकायत की है कि प्रवक्ता चयन में चार सौ से अधिक उम्मीदवारों की नियुक्ति और तैनाती में फर्जीवाड़ा किया गया है। आरोप है कि शिकायतें पिछले साल दिसंबर में ही की गई थीं लेकिन तब माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन समेत विभाग के कुछ अन्य अधिकारियों ने इसे दबा दिया। अब नई सरकार के गठन के बाद अभ्यर्थियों ने नए सिरे से शिकायत की है जिस पर जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। कमेटी ने प्रवक्ता चयन की फाइलें खंगालनी शुरू कर दी हैं। 
एलटी ग्रेड के तहत प्रदेश के नौ सौ से अधिक विद्यालयों में लगभग तीन हजार पदों पर प्रवक्ताओं के चयन सीधी भर्ती में किया गया था।
चयन लोक सेवा आयोग की तरफ से होता है लेकिन सीधी भर्ती से चयन किया गया जिसके कारण शुरू से ही इसे लेकर विवाद रहा।

 News : Amar Ujala (2.4.12)

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