UPTET : लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, कई जख्मी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने जा रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सैकड़ों उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नई मेरिट सूची जारी कर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए पहले विधानसभा के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और बाद में बैरिकेटिंग तोड़कर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के मध्य हिंसक झड़प हुई।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडेय ने किसी के गम्भीर रूप से घायल होने से साफ इंकार किया है।
पांडेय ने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। विधानसभा और इसके आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। इस समय विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि 72,000 पदों के लिए बीते साल हुई टीईटी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ियां सामने आने और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के करोड़ों रुपये के साथ गिरफ्तार होने के बाद अखिलेश यादव सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।
न्यूज़ : अमर उजाला (30.5.12)
UPTET : लखनऊ में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों पर लाठीचार्ज
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बुधवार को विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर
जमकर लाठीचार्ज किया गया.
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नई मेरिट सूची जारी कर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए पहले विधानसभा के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.
बाद में बैरिकेटिंग तोड़कर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के मध्य हिंसक झड़प हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडेय ने किसी के गंभीर रूप से घायल होने से साफ इंकार किया है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. विधानसभा और इसके आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं.
उल्लेखनीय है कि 72,000 पदों के लिए बीते साल हुई टीईटी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ियां सामने आने और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के करोड़ों रुपये के साथ गिरफ्तार होने के बाद अखिलेश यादव सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी.
न्यूज़ साभार : : SamayLive.com (30.5.12)
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नई मेरिट सूची जारी कर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए पहले विधानसभा के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.
बाद में बैरिकेटिंग तोड़कर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के मध्य हिंसक झड़प हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडेय ने किसी के गंभीर रूप से घायल होने से साफ इंकार किया है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. विधानसभा और इसके आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं.
उल्लेखनीय है कि 72,000 पदों के लिए बीते साल हुई टीईटी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ियां सामने आने और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के करोड़ों रुपये के साथ गिरफ्तार होने के बाद अखिलेश यादव सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी.
न्यूज़ साभार : : SamayLive.com (30.5.12)
UPTET : मांगी नौकरी, मिली लाठियां
UPTET : मांगी नौकरी, मिली लाठियां
विधानभवन के सामने प्रदर्शन कर रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों पर पुलिस का लाठीचार्ज
घायलों ने सिविल अस्पताल में खुद करवाया इलाज
अभ्यर्थियों को रेलवे स्टेडियम में बंद किया, युवतियों से हाथापाई
टीईटी मेरिट पर शिक्षक बनाने की कर रहे मांग
न्यूज़ साभार : अमर उजाला (30.5.12)
लखनऊ। विधानभवन के सामने जबरिया प्रदर्शन कर रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों पर पुलिस ने खूब लाठियां बरसाईं। लाठी चार्ज होते ही भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। इसकी चपेट में कई युवतियां भी आईं। कुछ युवतियों की पुलिस से हथापाई भी हुई। लाठी चार्ज के दौरान कई लोग घायल भी हुए। घायलों ने स्वयं सिविल अस्पताल में अपना इलाज कराया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पकड़ कर चारबाग स्थित रेलवे स्टेडियम में छोड़ दिया। टीईटी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने आरोप लगाया है कि वे शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनके ऊपर जबरिया लाठी चार्ज कर दिया।
संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन देकर टीईटी मेरिट पर शिक्षक बनाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि टीईटी पर निर्णय 24 मई तक कर लिया जाएगा। इसके बाद भी कोई निर्णय न होने पर टीईटी पास अभ्यर्थियों ने मंगलवार को विधानभवन पर प्रदर्शन कर धरना देने की घोषणा की थी। टीईटी पास अभ्यर्थी मंगलवार की सुबह ही चारबाग स्टेशन पर एकत्र होने लगे। इसको ध्यान में रखते हुए काफी संख्या में पुलिस चारबाग और विधानभवन धरना स्थल के आसपास लगाई गई थी। चारबाग के आसपास टीईटी पास जितने भी युवक और युवतियां दिखाई दे रहे थे, पुलिस उन्हें पकड़ कर रेलवे स्टेडियम में बैठा रही थी। इसके बाद भी काफी संख्या में टीईटी पास अभ्यर्थी चोरी-छिपे विधानभवन पर पहुंचने में सफल हो गए।
टीईटी पास अभ्यर्थी जबरिया विधानभवन के सामने सड़क पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। पुलिस उन्हें समझाकर धरना स्थल पर भेजने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। पुलिस और टीईटी पास अभ्यर्थियों के बीच यह ड्रामा 11.20 बजे तक चलता रहा। एसीएम (पंचम) विनोद कुमार, एसपी सिटी (पूर्वी) राजेश कुमार, सीओ दिनेश यादव के काफी समझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने तो उन पर लाठी चार्ज कर दिया गया।
इसके बाद वहां भगदड़ मच गईं। इसमें आजाद यादव, प्रवीण सचान, नरेश दीक्षित, सीमा आजाद, रमा त्रिपाठी, अशोक त्रिपाठी, सुबोध त्रिपाठी, प्रदीप चौरसिया, नीरज, राजन कुमार, अनिल वर्मा व पवन त्रिपाठी समेत कई घायल हो गए। आजाद यादव, नीरज व सुबोध त्रिपाठी को सिविल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस प्रदर्शनकारियों को जबरिया लादकर चारबाग रेलवे स्टेडियम ले गई और वहां पर छोड़ दिया गया।
न्यूज़ साभार : अमर उजाला (30.5.12)
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Message By सारिका श्रीवास्तव :
मनोजकुमार सिंह"मयंक" जी कानपुर के कल्याणपुर में है और मनोज जी का सभी टेटिअन्स के लिये संदेश है कि " मित्रों आप लोग इस आन्दोलन को अनवरत रूप से जारी रखिये वरना समाजवादी आदर्शों का डिंडोरा पीटने वाली यह तानाशाही सरकार आपको आश्वासन का लालीपाप चखाती रहेगी और आपको दिग्भ्रमित करती रहेगी कुछ भी हो जाये लखनऊ से हटिये नही डटे रहिये विवेकानन्द की सिंह गर्जना "उठो जाओ ऐ सिंहों और तब तक चलते रहो जब तक तुम्हें लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये" आपका मार्ग प्रदर्शन करती रहेगी. मै अपना संघर्ष जारी रखूंगा और मुझे पूरा विश्वास है कि आप सरकार को चौतरफ़ा घेरने के प्रयासों में कोई भी नर्मी नही आने देगें "याचना नही अब रण होगा संघर्ष महा भीषण होगा "जय टेट !जय भारत!!!!
UPTET : फूटा टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा
UPTET : फूटा टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा
लखनऊ, 29 मई (संसू): बार-बार बस कोरा आश्र्वासन..। आखिरकार एक बार फिर टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। नियुक्ति की मांग को लेकर राजधानी में मंगलवार को हजारों टीईटी अभ्यर्थी फिर सड़क पर उतर आए। विधानसभा भवन के सामने उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के बल प्रयोग से कई बार भगदड़ मची, जिसमें दर्जनों युवाओं व लड़कियों को चोटें आईं।
सायंकाल सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। घोषित कार्यक्रम के अनुसार सुबह ही चारबाग पर टीईटी अभ्यर्थियों का जुटना शुरू हो गया था। चारबाग से आगे बढ़ते ही सैकड़ों अभ्यर्थियों को रोक लिया गया और उन्हें उत्तर रेलवे के स्टेडियम ले जाया गया। उनकी पुलिस से झड़प भी हुई। हजारों की संख्या में अभ्यर्थी विधानसभा के सामने धरना स्थल पर पहुंच गए और सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने बल पूर्वक उन्हें सड़क से उठाकर किनारे करना शुरू कर दिया, इससे भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई लोग चोटिल हो गए। सीतापुर से आए शिवपाल सिंह, हरदोई से आई ट्विंकल यादव, आजमगढ़ से आए आजाद यादव, मधुकर वर्मा, हरदोई से आए पंकज यादव, अवनीश यादव, कानपुर से आए प्रवीन सचान, रमा त्रिपाठी और उन्नाव से आए अतुल तिवारी समेत कई लोग घायल हो गए।
गरमी और भगदड़ की वजह से दो-तीन युवक अचेत हो गए। एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। भगदड़ मचने पर अभ्यर्थी दारुलशफा में घुस गए और धरने पर बैठ गए। लगभग पांच बजे पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन उठाने की कोशिश की, लेकिन वे तैयार नहीं हुए। इस पर करीब पांच सौ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अभ्यर्थियों की अगुआई कर रहे राजेश प्रताप सिंह का कहना था कि सरकार उन्हें बार-बार कोरा आश्र्वासन दे रही है।
सरकार ने आचार संहिता लागू होने से पहले टीजीटी-पीजीटी की नियुक्तियों पर से रोक हटा ली, लेकिन टीईटी पर आचार संहिता का बहाना बनाकर प्रतिक्रिया से बच रही है।
News : Jagran (30.5.12)
UPTET लखनऊः टीईटी छात्रों का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन
लखनऊ। यूपी में आज टीईटी में पास हुए छात्रों ने विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। जबदस्त धक्कामुक्की के बाद दर्जनों प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि परीक्षा की प्रक्रिया को निरस्त नहीं किया जाए। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस पर रोक लगाकर जांच के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि टीईटी के रिजल्ट में घोटाले के जबरदस्त आरोप लगे थे जिसके बाद पुलिस ने सूबे के शिक्षा निदेशक संयज मोहन को गिरफ्तार किया था और कई जगह छापेमारी कर लाखों रुपए बरामद किए थे।
News : khabar.ibnlive.in.com (29.5.12)
UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरे जाएंगे रिक्त पद
लखनऊ, जाब्यू : प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के रिक्त पदों को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से ही भरा जाएगा। इसके लिए कार्यवाही की जा रही है।
यह जानकारी बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने मंगलवार को कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह द्वारा किए गए प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक के पदों पर पदोन्नति की कार्यवाही की जा रही है। सहायक अध्यापक के एक लाख 77 हजार 819 पद रिक्त हैं जबकि प्रधानाध्यापकों के 25 हजार 58 पद रिक्त हैं
News : Jagran (29.5.12)
UPTET : भर्ती को लेकर टीईटी शिक्षकों के तेवर कड़े
लखीमपुर खीरी। टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक संघ की बिलोबी मेमोरियल हाल के मैदान में आयोजित बैठक में भर्ती प्रक्रिया को लेकर रोष व्यक्त किया।
बैठक में विधिक सलाहकार बूटा सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा चयन प्रक्रिया में बदलाव करने की है। प्रीती सिंह ने कहा सरकार यदि प्रक्रिया बदलती है तो कन्नौज उपचुनाव व निकाय चुनाव में दुष्परिणाम झेलने को तैयार रहें। जावेद अख्तर ने कहा यदि भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता ने बैठक को संबांधित करते हुए कहा वर्तमान सरकार द्वेष भावना से कार्य कर रही है।
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (29.5.12)
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चुनाव बहिष्कार करेंगे टीईटी सफल अभ्यर्थी
हरदोई। सपा सरकार ने हर बार युवाओं को छलने का काम किया है। कभी बेरोजगारी भत्ते के नाम पर तो कभी शिक्षक बनाने का सपना दिखा। टीईटी उत्तीर्ण सफल अभ्यर्थियों को ही मेरिट पर चयन दिलाने का आश्वासन दे एक बार फिर से छलने का काम किया है। इससे युवा आहत है एवं निकाय चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं।
यही नहीं यदि इसके बाद भी सरकार इसी तरह युवाओं की उपेक्षा करती रही, तो लोकसभा चुनाव में भी सपा का विरोध करेगी। उक्त निर्णय टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा जनपदीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों की हुई बैठक में लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निकाय चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की गई। इसके साथ ही सरकार की बेरोजगारी भत्ता के भी बहिष्कार की भी घोषणा की गई। अभ्यर्थियों ने कहा कि आज सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ व्यवहार दोहरा व्यवहार कर रही है।
पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर बंधुआ मजदूरों की फौज तैयार करना चाह रही है। उनके साथ सिर्फ और सिर्फ धोखा ही हो रहा है। ऐसी स्थिति में 29 मई को लखनऊ में सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में विनय कुमार, राघवेंद्र सिंह, फुरकान अली, पंकज श्रीवास्तव, राजीव कपूर आदि मौजूद थे।
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (29.5.12)
चुनाव बहिष्कार करेंगे टीईटी सफल अभ्यर्थी
हरदोई। सपा सरकार ने हर बार युवाओं को छलने का काम किया है। कभी बेरोजगारी भत्ते के नाम पर तो कभी शिक्षक बनाने का सपना दिखा। टीईटी उत्तीर्ण सफल अभ्यर्थियों को ही मेरिट पर चयन दिलाने का आश्वासन दे एक बार फिर से छलने का काम किया है। इससे युवा आहत है एवं निकाय चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं।
यही नहीं यदि इसके बाद भी सरकार इसी तरह युवाओं की उपेक्षा करती रही, तो लोकसभा चुनाव में भी सपा का विरोध करेगी। उक्त निर्णय टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा जनपदीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों की हुई बैठक में लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निकाय चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की गई। इसके साथ ही सरकार की बेरोजगारी भत्ता के भी बहिष्कार की भी घोषणा की गई। अभ्यर्थियों ने कहा कि आज सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ व्यवहार दोहरा व्यवहार कर रही है।
पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर बंधुआ मजदूरों की फौज तैयार करना चाह रही है। उनके साथ सिर्फ और सिर्फ धोखा ही हो रहा है। ऐसी स्थिति में 29 मई को लखनऊ में सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में विनय कुमार, राघवेंद्र सिंह, फुरकान अली, पंकज श्रीवास्तव, राजीव कपूर आदि मौजूद थे।
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (29.5.12)
RTE / TET : आने वाले दो दिन टीईटी अभ्यर्थियों के लिए ऐतिहासिक
कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है कि क्या बी. एड धारी अभ्यर्थी , 1 जनवरी 2012 के बाद भी प्राइमरी शिक्षक की भर्ती के पात्र हैं |
यह फैसला देश के लाखों बी. एड धारी अभ्यर्थीयों के लिए महत्वपूर्ण है कारण आर टी ई के जरिए सर्वाधिक भर्ती प्राइमरी शिक्षकों की होनी है और योग्य शिक्षकों की कमी को देखते हुए , बी एड धारी अभ्यर्थीयों को नजरंदाज करना बेहद मुश्किल है |
अभी अधिकांश राज्यों में भर्ती शुरू नहीं हुई है जैसे कि - बिहार , उत्तरांचल , हरयाणा , दिल्ली , राजस्थान , गुजरात , पंजाब , उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश में भर्ती तो समय सीमा से प्रारंभ हुई पर कोर्ट के आदेश से स्टे लग गया , और इसको देखते हुए एन सी टी ई द्वारा छूट इतना गंभीर मुद्दा नहीं है , पर आगामी भर्ती प्रक्रियाओं के लीए एक गंभीर मुद्दा है ) आदि
इसको देखते हुए लगता है कि - सुप्रीम कोर्ट के निर्णय बी एड धारी टी ई टी अभ्यर्थीयों के लीए राहत दे सकता है |
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी लखनऊ में धरने पर बेठे हुए हैं जो कि सरकार का रूख जानने के लिए परेशान हैं | शायद इसका भी फैसला जल्द ही आ जाये |
३१ मई को हाई कोर्ट में टी ई टी मामले पर विज्ञापन को लेकर सुनवाई होनी है | और यह दिन उत्तर प्रदेश के टी ई टी अभ्यर्थियों के लिए बेहद महवपूर्ण हैं क्योंकि इसके बाद इलाहबाद हाई कोर्ट की समर वेकेशन
शुरू होनी हैं और फिर हाई कोर्ट १ जुलाई को खुलेगी
आज मीडिया जिस तरह से टीईटी मामले को दिखा रहा है, उससे लगता है कि वह वास्तविक स्थिति से भटका रहा है |
उत्तर प्रदेश में जिस तरह से टीईटी परीक्षा हुई और ओ . एम् . आर की तीन कापी बनाई गयी परिणाम , Answer Key ऑनलाइन जारी की गयी ,
और धांधली हुई है तो कितने अभ्यर्थी धांधली में लिप्त पाए गए ऐसा कोई प्रमाण अभी तक सामने नहीं आया है
उत्तर प्रदेश में टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती का मामला एक विज्ञापन को लेकर अदालत में चल रहा है , जिसका फैसला जानने के लीए अभ्यर्थी काफी समय से बैचेन हैं
ऐसे पूरे मामले पर चर्चा कराई जाये , तब पता पड़ेगा की अभ्यर्थियों की पीड़ा क्या है - कैसे उन्होंने रात रात जागकर पढाई की , कितने रूपए की फीस ड्राफ्ट के माध्यम से दी , कितने फार्म भरे ,
कितनी बार लाइन में लगे, बहुत सारे अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से आवेदन करने तथा परीक्षा देने भी आये
इन मीडिया वालों से पूछना चाहिए कि किसी और परीक्षार्थी के नक़ल करने के कारण क्या इनको भी हाई स्कूल या १२ वी की परीक्षा में फेल कर दिया जाये, और तब तक परीक्षा कराई जाये , जब तक परीक्षा शत प्रतिशत शुद्धता से पूर्ण न हो जाये | तो उनको कैसा लगेगा
कई बार मीडिया ने भ्रामक ख़बरें दी - जैसे टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा है, माया सरकार ने चयन का आधार बदल कर गलत किया
जिसका खंडन हाई कोर्ट के आदेश व एन सी टी ई गाइड लाइन स्वत करती है
प्रिय साथियों/जिलाअध्यक्ष आप सब को मेरा एक सुझाव है, बाकि आप सब समझदार है यह की आप अपने-अपने जिले में जो ज्ञापन २१ मई २०१२ से अन्य दिनों में मुख्यमंत्री जी को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया थे उसकी प्राप्ति प्रति जो आप सब के पास होगी उसकी प्रति के साथ-साथ
दिनांक १ मई २०१२ समाचार पत्र की प्रति जिसमे मुख्यमंत्री जी ने १ हफ्ते में टी.ई.टी. पर फैसला ले लेगे और दिनांक १४ मई २०१२ को प्रकाशित समाचार पत्र जिसमे १० दिन में टी.ई.टी. पर फैसला ले लेगे और २७ मई २०१२ को समाचार पत्र में प्रकाशित की अब टी.ई. टी. पर फैसले निकाय चुनाव के बाद की एक-एक प्रति भाई/बहने अपने साथ लेकर आये और जिस किसी के पास न हूँ आप इस ब्लॉग से प्राप्त कर सकते है और एक प्राथना पत्र अपने-अपने हस्त-लेख में इस आशय का लिखे की हमने टी.ई.टी. पास किया जैसी भी प्रक्रिया बताई गई हमने उस पर अमल करते हुए फॉर्म भरे अब मामला कोर्ट में हो या और कही हो इससे हमें कोई सरोकार नहीं है अगर हम गलत है तो बताये अगर नहीं तो हमें जल्द से जल्द नौकरी दी क्युकी इससे हमारा हर प्रकार से उत्पीडन हो रहा है इसलिए आज हमें इस चिलचिलाती धुप में आज अपना हक़ मागने आना पड रहा
है नहीं तो हमें क्या जरूरत थी की इस गर्मी में क्यों लखनऊ के चक्कर काटते|
दिनांक १ मई २०१२ समाचार पत्र की प्रति जिसमे मुख्यमंत्री जी ने १ हफ्ते में टी.ई.टी. पर फैसला ले लेगे और दिनांक १४ मई २०१२ को प्रकाशित समाचार पत्र जिसमे १० दिन में टी.ई.टी. पर फैसला ले लेगे और २७ मई २०१२ को समाचार पत्र में प्रकाशित की अब टी.ई. टी. पर फैसले निकाय चुनाव के बाद की एक-एक प्रति भाई/बहने अपने साथ लेकर आये और जिस किसी के पास न हूँ आप इस ब्लॉग से प्राप्त कर सकते है और एक प्राथना पत्र अपने-अपने हस्त-लेख में इस आशय का लिखे की हमने टी.ई.टी. पास किया जैसी भी प्रक्रिया बताई गई हमने उस पर अमल करते हुए फॉर्म भरे अब मामला कोर्ट में हो या और कही हो इससे हमें कोई सरोकार नहीं है अगर हम गलत है तो बताये अगर नहीं तो हमें जल्द से जल्द नौकरी दी क्युकी इससे हमारा हर प्रकार से उत्पीडन हो रहा है इसलिए आज हमें इस चिलचिलाती धुप में आज अपना हक़ मागने आना पड रहा
है नहीं तो हमें क्या जरूरत थी की इस गर्मी में क्यों लखनऊ के चक्कर काटते|
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