Wednesday, March 28, 2012

टीईटी : रद हो सकती शिक्षक भर्ती प्रक्रिया!

लखनऊ, जागरण ब्यूरो : बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती के सिलसिले में लंबित चयन प्रक्रिया निरस्त की जा सकती है। शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परीक्षा परिणाम में धांधली उजागर होने से इसकी शुचिता तार-तार हो चुकी है।
ऐसे में शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के बीच शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने के बारे में सहमति बनी है। सूत्रों के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया को रद करने के बारे में बेसिक शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव मांगा गया है। भर्ती प्रक्रिया को रद करने के बाद नये सिरे से शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी की मेरिट को ही चयन का आधार बनाने के बसपा सरकार के निर्णय को भी बदला जाना तय है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 23 अगस्त 2010 को अधिसूचना जारी कर शिक्षा के अधिकार के तहत कक्षा एक से आठ तक के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी को अनिवार्य कर दिया था।
एनसीटीई ने 11 फरवरी 2011 को राज्यों को टीईटी के आयोजन के बारे में विस्तृत दिशानिर्देश जारी करते हुए इसे शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अर्हताकारी परीक्षा ही करार दिया था। मायावती सरकार ने उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन कर टीईटी की मेरिट को ही शिक्षकों के चयन का आधार बना दिया था। टीईटी के आयोजन की जिम्मेदारी यूपी बोर्ड को सौंपी गई थी। यूपी बोर्ड ने 13 नवंबर को टीईटी आयोजित किया था और 25 नवंबर को परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था।http://epaper.jagran.com/epaper/29-mar-2012-64-edition-Kanpur-Page-1.html#

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