Thursday, May 31, 2012

UPTET / Allahabad Highcourt : टी.ई.टी.-उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की उम्मीदों पर लम्बे इंतज़ार का साया

(साभार: राजेश राव जी, टी.ई.टी.संघर्ष मोर्चा सदस्य, इलाहाबाद)

Case (76039/2011 ) Hearing Details :

उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में दिनांक 29/30 नवम्बर 2011 तथा दिनांक २ दिसंबर २०११ को जारी विज्ञापन द्वारा प्रारंभ 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की भर्ती-प्रक्रिया पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा यादव कपिलदेव लालबहादुर द्वारा दायर याचिका स. 76039/20111 के जरिये तकनीकी आधार पर 4 जनवरी 2012 को दिए गए स्थगनादेश से इस भर्ती-प्रकिया पर लगे ग्रहण के आज समाप्त होने के न सिर्फ आसार समाप्त हुए बल्कि न्यायालय के द्वारा मामले के आगामी सत्र के पूर्व निस्तारण और और खाली पड़े पदों पर नियुक्तियों की सम्भावना समाप्त हो जाने से प्रदेश की शैक्षणिक व्यवस्था की सक्षमता और प्रदेश के करोडो नौनिहालों के शिक्षा के अधिकार के प्रति प्रदेश की विधायिका, कार्यपालिका के साथ साथ न्याय-पालिका की संवेदनशीलता की कलई भी सरे-आम खुल गई है.
जनवरी 2011 से, अर्थात पिछले 5 महीनो से प्रक्रिया के शुरू होने की उम्मीदें लगाये बैठे लगभग पौने  दो   लाख अभ्यर्थियों और उनके लाखो परिजनों पर इस संवेदनहीन व्यवस्था ने अपनी निष्क्रियता से जो कुठाराघात किया है, उसे ये शायद ही कभी भुला सके. 
आज सुबह जब जज श्री अरुण टंडन पीठासीन हुए तो सभी सम्बंधित पक्षों के वकीलों ने इस केस की गंभीरता, इसके निर्णय से हो रही देरी से न सिर्फ अभ्यर्थियों बल्कि उनके परिवारों तथा प्रदेश की शैक्षणिक व्यवस्था और शिक्षा के अधिकार के उद्देश्यों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों का हवाला देते हुए उनसे केस को सुनने का अनुरोध किया तो उन्होंने अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए इसे 3 जुलाई 2012 को सुनने को कहा.

मध्यावकाश से पहले गंगा-प्रदूषण से सम्बंधित किसी जनहित याचिका की सुनवाई होती रही एवं मध्यावकाश के बाद वे अदालत में बैठे ही नहीं. उनके उठने के समय भी सभी पक्षों द्वारा एक बार पुनः उनसे इस मामले की सुनवाई आज या फिर शीघ्र किसी तिथि में सुनने की गुजारिश की गई पर उन्होंने इसमें कोई रूचि न लेते हुए अपनी पहले वाली बात इस अंदाज़ में दोहराई जिस से प्रथमतया ऐसा लगा जैसे कि वे जान-बूझकर इस मामले को निस्तारित नहीं कर रहे हैं.

 गौरतलब है कि इस मामले में हो रही देरी से इस प्रक्रिया को बचने के के लिए हमारे २ भाइयों ललित मोहन सिंह व रंजीत सिंह यादव द्वारा दायर स्पेशल लीव पेटीशन 280/2012 के निर्णय में हाईकोर्ट की डबल बेंच ने स्पष्ट किया था कि चूँकि इस मामले का निस्तारण एकल बेंच के सामने 9 अप्रैल 2012 को प्रारंभ हो रहे हफ्ते में संभावित था, इसलिए इस मामले की अलग से सुनवाई की जरुरत से इंकार किया था पर इस मामले की गंभीरता को रेखांकित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा था कि एकल बेंच को मामले की महत्ता को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द इस मामले का निस्तारण करना चाहिए. 

इसके बावजूद जिस प्रकार इस मामले में तारिख पे तारीखें दी जा रही हैं तथा जिस प्रकार से 25 मई 2011 को शुक्रवार मध्यावकाश के बाद पहले नंबर पे तारिख दी गई, जबकि सामान्य कोर्ट प्रैक्टिस के अनुसार शुक्रवार को मध्यावकाश के बाद का समय डबल बेंच द्वारा सुनवाई के लिए निर्धारित होता है. क्या ये सब मात्र अभ्यर्थियों के लिए भारी पड़ने वाले दुर्भाग्यपूर्ण संयोग हैं या फिर मामले का राजनीतिकरण, सरकार द्वारा अंदरखाने खेला जा रहा खेल या फिर न्यायपालिका पर दबाव, ये सब सवाल सतह पर आ रहे हैं.
इस सारे प्रकरण से असंतुष्ट टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा के लगभग 50 सदस्य इस मामले की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए इसकी शीघ्र सुनवाई की मांग का ज्ञापन लेकर चीफ जस्टिस से शाम को उनके बंगले पर मिलने गए पर उन्होंने इस मामले को कोई महत्त्व न देते हुए साफ-साफ 2 जुलाई तक इंतज़ार करने की सलाह थमा दी. 
उनके अनुसार तमाम केस ग्रीष्मावकाश में जैसे प्रतीक्षारत रहते हैं वैसे ही इस मामले में होना है. उनके स्टाफ ने न सिर्फ यह ज्ञापन लेने से इंकार किया बल्कि हमारे साथियों को रुखे सुर में ऐसा कोई ज्ञापन हाईकोर्ट कार्यालय में देने को कहते हुए रवाना कर दिया.


 वहां से पूर्णतया निराश हमारे साथी जब हाईकोर्ट कार्यालय पहुचे तो वह भी उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला बल्कि वहां से भी उन्हें केवल और केवल निराशा ही हाथ लगी.

इस प्रकार पिछले 5 महीनो से न्यायालय से न्याय की आशा लगाये अभ्यर्थियों को न्यायालय से आज भी  न्याय नहीं, सिर्फ प्रतीक्षा का चिर-परिचित दंश मिला. इसका मतलब यह नहीं की हार मानकर बैठ जाने की स्थिति आ गई है. साथियों, निश्चय यह स्थिति निराशा पैदा करने वाली है, निश्चय ही, इसने आपकी आशाओं पे गाज गिराई है, निश्चय ही आप अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे होंगे, पर आप अपने आप पे भरोसा रखे, अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत रखें, हर हार को नयी चुनौती मानकर उसका सामना नई ताकत और नए हौसले के साथ करें, आप जरूर कामयाब होंगे.





हमारे साथी, हमारे अग्रणी सदस्य लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं और इस कोशिश में हैं कि हम इस जून भर में कुछ ऐसा कारनामा कर डालें कि हमसे भी ज्यादा बेताबी से सरकार 3 जुलाई की प्रतीक्षा करे कि कब यह तारिख आये और कब उसे टी.ई.टी. वालों से चैन मिले, 

हम ऐसा कुछ करने की कोशिश में हैं जिस से न सिर्फ हम कानूनी तौर पे अपनी लड़ाई लादेन बल्कि प्रदेश के कोने-कोने में ऐसे तरीके से अपना विरोध-असंतोष प्रगट किया जाये जिसकी गूँज देश भर में सुनाई दे. 

इसके विवरण सभी साथियों तक शीघ्र ही पंहुचा दिए जायेंगे पर अंत में आप सब से अनुरोध है कि यह यज्ञ केवल चंद आहुतियों से नहीं पूरा होगा, इसमें हार अभ्यर्थी को शामिल होना पड़ेगा, किनारे खड़े रहकर चंद बहादुरों को लड़ाने वाली कौमे लड़ाइयाँ नहीं जीता करती. अपने जीदार साथियों की दमदार लड़ाई को आपने 29/30/31 मई को उनकी लाख बहादुरी  के बावजूद अगर लखनऊ की सड़कों पे दम तोड़ते देखा है तो केवल इसलिए कि इस लड़ाई में उनके अपनों ने ही उन्हें उनके हाल पे छोड़ दिया था,

 उनका साथ देने में कोताही की थी, यकीन जानिए, अगर आप में से चौथाई भी उनका साथ देते तो आज शायद डेट नहीं, फैसला मिलता. जिन्हें विश्वास न हो रहा हो, उनके लिए आप से कमतर, कम काबिल शिक्षामित्रों का उदहारण सामने है. यह सब मैं आपको नीचा दिखाने के लिए नहीं, आपको अगली लड़ाई के लिए तैयार करने के लिए कह रहा हूँ ताकि आपकी अगली लड़ाई में कामयाबी आपके हाथ लगे.



Wednesday, May 30, 2012


UPTET / Allahabad Highcourt : Stay on Primary Teacher Recruitment (Advertisement Matter ), Next Hearing Date - 31 May 2012



Case is Listed at 1st Position at 10 AM in Allahabad Highcourt.

From a long time case is delayed due to date again and again. Candidates are upset and
 worried for their future. And case on 31st May is highly crucial to candidates, as 
Allahabad Highcourt summer vacations starts from 2nd June to 30th June.

Hope for a POSITIVE and FINAL decision arrives on 31st May 2012. And recruitment 
process again starts.

CAUSE LIST ALLAHABAD

Cause List
31/05/2012

AT 10.00 A.M. AND AFTER COURT NO. 32
                    COURT NO. 7
                    HON'BLE MR. JUSTICE ARUN TANDON
 Fresh, order, admission, hearing Educational Matters including Society Matters with
 regard to Educational Institutions andService Writs relating to Educational - Institutions 
and Service Writs relating to Local Bodies including Corporations   and Co-operative 
Society;AND Listed Educational Matters including Society Matte-rs with regard to
 Educational Institutions andService Writs relating to Educational Institutions and Service 
Writs relating to Local Bodies including Corporat-ion & Cooperative Society from January
 1st, 2009 onwards including Bunch Cases.
                                   For Further Hearing

 WRIT - A                               
   1. DF-PH 76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV        
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV             
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                  
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA     
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                  
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR    
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                  
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.  
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE     
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH     
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI          
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV        
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 17607/2012 PAWAN KUMAR                     BHAWESH PRATAP SINGH    
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                  
 WITH WRIA- 29/2012    SHIV PRAKASH KUSHWAHA           S.K. MISHRA             
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                  
                                                       RAJESHWAR SINGH
                                                       R.A. AKTAR
                                                       K.S.KUSHWAHA
 WITH WRIA- 24062/2012 KAUSHAL KUMAR SHUKLA AND OTHER  SUDEEP DWIVEDI          
                       -S
                       Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS    C.S.C.           

UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों पर फिर लाठीचार्ज


पुलिस ने 150 को किया गिरफ्तार, देर रात किए गए रिहा
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (31.5.12)

लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों पर विधानभवन के सामने दूसरे दिन 
भी लाठीचार्ज किया गया। हंगामे पर उतारू 150 युवक और युवतियों को गिरफ्तार करके पुलिस
 लाइन पर ले जाया गया, जहां देर रात उन्हें छोड़ दिया गया। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के
 प्रत्यूष का कहना है कि वे शांतिपूर्वक शिक्षक बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने आए थे,
 लेकिन पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दियाटीईटी पास अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार को 
अल्टीमेटम दिया था कि उन्हें शिक्षक बनाने का निर्णय शीघ्र न किया गया, तो 29 मई से 
विधानभवन के सामने धरना देंगे। अल्टीमेटम के आधार पर टीईटी पास अभ्यर्थी मंगलवार को
 राजधानी पहुंचे और विधानभवन के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस ने इस दौरान उन पर 
लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। शेष बचने वालों को चारबाग स्थित रेलवे स्टेडियम ले जाकर छोड़
 दिया गया। लेकिन प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए ये अभ्यर्थी देर रात धरना स्थल पर पहुंच 
कर बैठ गए। टीईटी पास अभ्यर्थी बुधवार की सुबह 9 बजे विधानभवन के सामने धरना देने का
 प्रयास किया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया


इसके बाद टीईटी पास अभ्यर्थी दो गुटों में बंट गए। एक गुट प्रतिभा सिनेमा चौराहे से और दूसरा गुट
 राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय से विधानभवन की ओर बढ़ने लगा। दोनों गुटों को पुलिस ने रोकने का प्रयास
 किया, इसके बाद भी कुछ अभ्यर्थी विधानभवन के सामने पहुंचने में सफल रहे और मुख्यमंत्री का पुतला
 फूंक दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इसमें रमा त्रिपाठी और प्रतिभा को पुलिस 
घसीटते लगी। इस पर कुछ अभ्यर्थी नाराज हो गए और पुलिस से भिड़ गए। इसके चलते एक युवक की 
कमीज फट गई और पुलिस उसे घसीटते हुए गाड़ी में डाला। पुलिस लाठी चार्ज में रमा त्रिपाठी, प्रतिभा,
 प्रत्यूष मिश्र, पवन त्रिपाठी, सुधाकर, राजेश व अवनीश घायल हो गए


राजधानी में बुधवार को अपनी मांगों को लेकर आए टीईटी पास अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
**************
‘अनुमति लेकर ही करें धरना’ - 
लखनऊ। आदर्श आचार संहिता के तहत राजधानी में धारा 144 लागू है। बिना अनुमति धरना प्रदर्शन 
करना दंडनीय अपराध है। इसलिए जिला प्रशासन से अनुमति लेकर ही धरना प्रदर्शन करें। अगर, इसका
 कोई उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये बात बुधवार को एडीएम पूर्वी 
आरपी सिंह ने प्रेसवार्ता में कही। वह हजरतगंज कोतवाली में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन के 
संबंध में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नतीजे के आधार पर काउंसलिंग 
कराने के संबंध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व सचिव बेसिक शिक्षा से बात हो चुकी है

**********

न्यूज़ साभार : Amar Ujala (31.5.12) / Amar Ulala Epaper
http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120531a_005163004&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120531a_005163004

Wednesday, May 30, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज की निंदा



(देवरिया): उपनगर के दुर्गा मंदिर परिसर में बुधवार को उत्तर प्रदेश टी.ई.टी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की 
बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों पर लखनऊ में हुए लाठी चार्ज की निंदा करते हुए इसके दोषियों के खिलाफ
 मुकदमा दर्ज करने की मांग किया गया है।
अपने संबोधन में मोर्चा के प्रदेश के मुख्य संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी। 
लाठी व गोली से हम डरने वाले नही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री युवाओं के बल पर ही सत्ता पे काबिज हुए है।
 युवा शक्ति से टकराने वाले स्वयं समाप्त हो जाते है। मिडिया प्रभारी अमित दूबे ने लाठी चार्ज के निंदा करते
 हुए कहा कि सरकार के दमन कारी रवैये के आगे हम झुकने वाले नही है। लखनऊ में लाठी चार्ज के दौरान
 महिलाओं व युवतियों को भी नही बक्सा गया है। हक मांगना जुर्म है तो हम जेल जाने से भी नही डरेगे।
 उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव समाजवाद के उपज है। उन्हे टीईटी 
अभ्यर्थियों का दर्द अवश्य समझकर इसका निदान कराने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने लाठी चार्ज
 के घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर दोषी पुलिस जनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है।
बैठक में मुख्य रूप से अखिलेश यादव, ईश्वर प्रसाद, उमेश कुमार, संजय सिंह, मुन्ना यादव,
 पियूष गुप्ता, त्रिलोकी श्रीवास्तव, राजू कुमार, उमाशंकर प्रजापति, अवनीश सिंह, राजेश सिंह,
 आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता संदीप कुशवाहा व संचालन अनुपम मद्घेशिया ने किया




News : Jagran (30.5.12)
NCTE Not Extended Time Limit for B. Ed Holders to Appoint as Primary Teacher after 1st Jan 2012

Good News : For candidates low in merit but UPTET qualified -


Central Govt. said, In UP matter is pending in court and said wait till  matter is resolved in court (Time Limit to appoint B. Ed degree holder as Primary Teacher ).

Central Govt. going to circulate information to other states in this regard ( that they are not going to increase time limit for B. Ed candidates to appoint as Primary Teacher)
However Central Govt said - First to appoint all B. Ed holders as Primary Teachers in UP (If High Court decision comes in favour of  TET Exam / i.e if UPTET exam not cancelled).
After HC decision , Central Govt. thinks UP Govt. proposal for increasing time limit.
See News , Below pic (news source - Hindustan Delhi Epaper) info sent by Mr Deepak  Kumar Dwivedi :



UPTET : लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, कई जख्मी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने जा रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सैकड़ों उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नई मेरिट सूची जारी कर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए पहले विधानसभा के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और बाद में बैरिकेटिंग तोड़कर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के मध्य हिंसक झड़प हुई।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडेय ने किसी के गम्भीर रूप से घायल होने से साफ इंकार किया है।

पांडेय ने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। विधानसभा और इसके आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। इस समय विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है।

उल्लेखनीय है कि 72,000 पदों के लिए बीते साल हुई टीईटी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ियां सामने आने और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के करोड़ों रुपये के साथ गिरफ्तार होने के बाद अखिलेश यादव सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।



न्यूज़ : अमर उजाला (30.5.12)




UPTET : लखनऊ में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों पर लाठीचार्ज

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बुधवार को विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर 
जमकर लाठीचार्ज किया गया.


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नई मेरिट सूची जारी कर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए पहले विधानसभा के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.

बाद में बैरिकेटिंग तोड़कर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के मध्य हिंसक झड़प हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडेय ने किसी के गंभीर रूप से घायल होने से साफ इंकार किया है.


उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. विधानसभा और इसके आस-पास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं.


उल्लेखनीय है कि 72,000 पदों के लिए बीते साल हुई टीईटी भर्ती परीक्षा में भारी गड़बड़ियां सामने आने और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के करोड़ों रुपये के साथ गिरफ्तार होने के बाद अखिलेश यादव सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी.


न्यूज़ साभार :  : SamayLive.com (30.5.12)

UPTET : मांगी नौकरी, मिली लाठियां


UPTET : मांगी नौकरी, मिली लाठियां


विधानभवन के सामने प्रदर्शन कर रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों पर पुलिस का लाठीचार्ज
घायलों ने सिविल अस्पताल में खुद करवाया इलाज
अभ्यर्थियों को रेलवे स्टेडियम में बंद किया, युवतियों से हाथापाई
टीईटी मेरिट पर शिक्षक बनाने की कर रहे मांग

न्यूज़ साभार : अमर उजाला (30.5.12) 










लखनऊ। विधानभवन के सामने जबरिया प्रदर्शन कर रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों पर पुलिस ने खूब लाठियां बरसाईं। लाठी चार्ज होते ही भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। इसकी चपेट में कई युवतियां भी आईं। कुछ युवतियों की पुलिस से हथापाई भी हुई। लाठी चार्ज के दौरान कई लोग घायल भी हुए। घायलों ने स्वयं सिविल अस्पताल में अपना इलाज कराया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पकड़ कर चारबाग स्थित रेलवे स्टेडियम में छोड़ दिया। टीईटी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने आरोप लगाया है कि वे शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनके ऊपर जबरिया लाठी चार्ज कर दिया

संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन देकर टीईटी मेरिट पर शिक्षक बनाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि टीईटी पर निर्णय 24 मई तक कर लिया जाएगा। इसके बाद भी कोई निर्णय न होने पर टीईटी पास अभ्यर्थियों ने मंगलवार को विधानभवन पर प्रदर्शन कर धरना देने की घोषणा की थी। टीईटी पास अभ्यर्थी मंगलवार की सुबह ही चारबाग स्टेशन पर एकत्र होने लगे। इसको ध्यान में रखते हुए काफी संख्या में पुलिस चारबाग और विधानभवन धरना स्थल के आसपास लगाई गई थी। चारबाग के आसपास टीईटी पास जितने भी युवक और युवतियां दिखाई दे रहे थे, पुलिस उन्हें पकड़ कर रेलवे स्टेडियम में बैठा रही थी। इसके बाद भी काफी संख्या में टीईटी पास अभ्यर्थी चोरी-छिपे विधानभवन पर पहुंचने में सफल हो गए।

टीईटी पास अभ्यर्थी जबरिया विधानभवन के सामने सड़क पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। पुलिस उन्हें समझाकर धरना स्थल पर भेजने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। पुलिस और टीईटी पास अभ्यर्थियों के बीच यह ड्रामा 11.20 बजे तक चलता रहा। एसीएम (पंचम) विनोद कुमार, एसपी सिटी (पूर्वी) राजेश कुमार, सीओ दिनेश यादव के काफी समझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने तो उन पर लाठी चार्ज कर दिया गया। 


इसके बाद वहां भगदड़ मच गईं। इसमें आजाद यादव, प्रवीण सचान, नरेश दीक्षित, सीमा आजाद, रमा त्रिपाठी, अशोक त्रिपाठी, सुबोध त्रिपाठी, प्रदीप चौरसिया, नीरज, राजन कुमार, अनिल वर्मा व पवन त्रिपाठी समेत कई घायल हो गए। आजाद यादव, नीरज व सुबोध त्रिपाठी को सिविल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस प्रदर्शनकारियों को जबरिया लादकर चारबाग रेलवे स्टेडियम ले गई और वहां पर छोड़ दिया गया


न्यूज़ साभार : अमर उजाला (30.5.12) 
*******************************************
On Facebook Wall :

Message By सारिका श्रीवास्तव :
मनोजकुमार सिंह"मयंक" जी कानपुर के कल्याणपुर में है और मनोज जी का सभी टेटिअन्स के लिये संदेश है कि " मित्रों आप लोग इस आन्दोलन को अनवरत रूप से जारी रखिये वरना समाजवादी आदर्शों का डिंडोरा पीटने वाली यह तानाशाही सरकार आपको आश्वासन का लालीपाप चखाती रहेगी और आपको दिग्भ्रमित करती रहेगी कुछ भी हो जाये लखनऊ से हटिये नही डटे रहिये विवेकानन्द की सिंह गर्जना "उठो जाओ ऐ सिंहों और तब तक चलते रहो जब तक तुम्हें लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये" आपका मार्ग प्रदर्शन करती रहेगी. मै अपना संघर्ष जारी रखूंगा और मुझे पूरा विश्वास है कि आप सरकार को चौतरफ़ा घेरने के प्रयासों में कोई भी नर्मी नही आने देगें "याचना नही अब रण होगा संघर्ष महा भीषण होगा "जय टेट !जय भारत!!!!

UPTET : फूटा टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा


UPTET : फूटा टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा


लखनऊ, 29 मई (संसू): बार-बार बस कोरा आश्र्वासन..। आखिरकार एक बार फिर टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। नियुक्ति की मांग को लेकर राजधानी में मंगलवार को हजारों टीईटी अभ्यर्थी फिर सड़क पर उतर आए। विधानसभा भवन के सामने उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के बल प्रयोग से कई बार भगदड़ मची, जिसमें दर्जनों युवाओं व लड़कियों को चोटें आईं। 

सायंकाल सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। घोषित कार्यक्रम के अनुसार सुबह ही चारबाग पर टीईटी अभ्यर्थियों का जुटना शुरू हो गया था। चारबाग से आगे बढ़ते ही सैकड़ों अभ्यर्थियों को रोक लिया गया और उन्हें उत्तर रेलवे के स्टेडियम ले जाया गया। उनकी पुलिस से झड़प भी हुई। हजारों की संख्या में अभ्यर्थी विधानसभा के सामने धरना स्थल पर पहुंच गए और सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने बल पूर्वक उन्हें सड़क से उठाकर किनारे करना शुरू कर दिया, इससे भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई लोग चोटिल हो गए। सीतापुर से आए शिवपाल सिंह, हरदोई से आई ट्विंकल यादव, आजमगढ़ से आए आजाद यादव, मधुकर वर्मा, हरदोई से आए पंकज यादव, अवनीश यादव, कानपुर से आए प्रवीन सचान, रमा त्रिपाठी और उन्नाव से आए अतुल तिवारी समेत कई लोग घायल हो गए

गरमी और भगदड़ की वजह से दो-तीन युवक अचेत हो गए। एक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। भगदड़ मचने पर अभ्यर्थी दारुलशफा में घुस गए और धरने पर बैठ गए। लगभग पांच बजे पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन उठाने की कोशिश की, लेकिन वे तैयार नहीं हुए। इस पर करीब पांच सौ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अभ्यर्थियों की अगुआई कर रहे राजेश प्रताप सिंह का कहना था कि सरकार उन्हें बार-बार कोरा आश्र्वासन दे रही है। 
सरकार ने आचार संहिता लागू होने से पहले टीजीटी-पीजीटी की नियुक्तियों पर से रोक हटा ली, लेकिन टीईटी पर आचार संहिता का बहाना बनाकर प्रतिक्रिया से बच रही है


News : Jagran (30.5.12)

UPTET लखनऊः टीईटी छात्रों का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन



लखनऊ। यूपी में आज टीईटी में पास हुए छात्रों ने विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। जबदस्त धक्कामुक्की के बाद दर्जनों प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि परीक्षा की प्रक्रिया को निरस्त नहीं किया जाए। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस पर रोक लगाकर जांच के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि टीईटी के रिजल्ट में घोटाले के जबरदस्त आरोप लगे थे जिसके बाद पुलिस ने सूबे के शिक्षा निदेशक संयज मोहन को गिरफ्तार किया था और कई जगह छापेमारी कर लाखों रुपए बरामद किए थे


News : khabar.ibnlive.in.com (29.5.12)


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरे जाएंगे रिक्त पद

लखनऊ, जाब्यू : प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के रिक्त पदों को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से ही भरा जाएगा। इसके लिए कार्यवाही की जा रही है।


यह जानकारी बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने मंगलवार को कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह द्वारा किए गए प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक के पदों पर पदोन्नति की कार्यवाही की जा रही है। सहायक अध्यापक के एक लाख 77 हजार 819 पद रिक्त हैं जबकि प्रधानाध्यापकों के 25 हजार 58 पद रिक्त हैं

News : Jagran (29.5.12)

UPTET : भर्ती को लेकर टीईटी शिक्षकों के तेवर कड़े

लखीमपुर खीरी। टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक संघ की बिलोबी मेमोरियल हाल के मैदान में आयोजित बैठक में भर्ती प्रक्रिया को लेकर रोष व्यक्त किया।
बैठक में विधिक सलाहकार बूटा सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा चयन प्रक्रिया में बदलाव करने की है। प्रीती सिंह ने कहा सरकार यदि प्रक्रिया बदलती है तो कन्नौज उपचुनाव व निकाय चुनाव में दुष्परिणाम झेलने को तैयार रहें। जावेद अख्तर ने कहा यदि भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता ने बैठक को संबांधित करते हुए कहा वर्तमान सरकार द्वेष भावना से कार्य कर रही है।


न्यूज़ साभार : Amar Ujala (29.5.12)
************************** 

चुनाव बहिष्कार करेंगे टीईटी सफल अभ्यर्थी


हरदोई। सपा सरकार ने हर बार युवाओं को छलने का काम किया है। कभी बेरोजगारी भत्ते के नाम पर तो कभी शिक्षक बनाने का सपना दिखा। टीईटी उत्तीर्ण सफल अभ्यर्थियों को ही मेरिट पर चयन दिलाने का आश्वासन दे एक बार फिर से छलने का काम किया है। इससे युवा आहत है एवं निकाय चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं।
यही नहीं यदि इसके बाद भी सरकार इसी तरह युवाओं की उपेक्षा करती रही, तो लोकसभा चुनाव में भी सपा का विरोध करेगी। उक्त निर्णय टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा जनपदीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों की हुई बैठक में लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निकाय चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की गई। इसके साथ ही सरकार की बेरोजगारी भत्ता के भी बहिष्कार की भी घोषणा की गई। अभ्यर्थियों ने कहा कि आज सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ व्यवहार दोहरा व्यवहार कर रही है।
पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर बंधुआ मजदूरों की फौज तैयार करना चाह रही है। उनके साथ सिर्फ और सिर्फ धोखा ही हो रहा है। ऐसी स्थिति में 29 मई को लखनऊ में सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में विनय कुमार, राघवेंद्र सिंह, फुरकान अली, पंकज श्रीवास्तव, राजीव कपूर आदि मौजूद थे।



न्यूज़ साभार : Amar Ujala (29.5.12)

RTE / TET : आने वाले दो दिन टीईटी अभ्यर्थियों के लिए ऐतिहासिक
कल  सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है कि क्या बी. एड धारी  अभ्यर्थी  , 1 जनवरी 2012  के  बाद भी प्राइमरी शिक्षक की भर्ती के पात्र हैं |
यह फैसला देश के लाखों  बी. एड धारी अभ्यर्थीयों के लिए महत्वपूर्ण है कारण आर टी ई के जरिए सर्वाधिक भर्ती प्राइमरी शिक्षकों की होनी है और योग्य शिक्षकों की कमी को देखते हुए , बी एड धारी अभ्यर्थीयों को नजरंदाज करना बेहद मुश्किल है |
अभी अधिकांश राज्यों में भर्ती शुरू नहीं हुई है जैसे कि - बिहार , उत्तरांचल  , हरयाणा , दिल्ली , राजस्थान , गुजरात , पंजाब , उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश में भर्ती तो समय सीमा से प्रारंभ हुई पर कोर्ट के आदेश से स्टे लग गया , और  इसको देखते हुए एन सी टी ई द्वारा छूट इतना गंभीर मुद्दा  नहीं है , पर आगामी भर्ती प्रक्रियाओं के लीए  एक गंभीर मुद्दा  है ) आदि 
इसको देखते हुए लगता है कि - सुप्रीम कोर्ट के निर्णय बी एड धारी टी ई टी अभ्यर्थीयों के लीए राहत दे सकता  है |

दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी लखनऊ में धरने पर बेठे हुए हैं जो कि सरकार का  रूख जानने के  लिए  परेशान हैं | शायद इसका भी  फैसला  जल्द ही आ जाये |
३१ मई को हाई कोर्ट में  टी ई टी मामले पर विज्ञापन को लेकर सुनवाई होनी है | और यह दिन उत्तर प्रदेश के टी ई टी  अभ्यर्थियों  के  लिए  बेहद महवपूर्ण हैं क्योंकि इसके बाद इलाहबाद हाई कोर्ट की समर वेकेशन
शुरू होनी हैं और फिर हाई कोर्ट १ जुलाई को खुलेगी 

आज मीडिया जिस तरह से टीईटी मामले को दिखा रहा है, उससे लगता है कि वह वास्तविक स्थिति  से भटका रहा है |
उत्तर प्रदेश में जिस तरह से टीईटी  परीक्षा हुई और ओ . एम् . आर की तीन कापी बनाई गयी परिणाम , Answer Key ऑनलाइन जारी की  गयी , 
और धांधली हुई है तो कितने अभ्यर्थी धांधली में लिप्त पाए गए ऐसा कोई प्रमाण अभी तक सामने नहीं आया है 

उत्तर प्रदेश में टीईटी   अभ्यर्थियों    की भर्ती का मामला एक विज्ञापन को लेकर अदालत में चल रहा है , जिसका  फैसला  जानने के लीए अभ्यर्थी काफी समय से बैचेन हैं 
ऐसे पूरे मामले पर चर्चा कराई जाये , तब पता पड़ेगा की अभ्यर्थियों   की पीड़ा क्या है - कैसे उन्होंने रात रात जागकर पढाई की , कितने रूपए की फीस ड्राफ्ट के माध्यम से दी , कितने फार्म भरे ,
कितनी बार लाइन में लगे, बहुत सारे  अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से आवेदन करने तथा परीक्षा देने भी आये

इन मीडिया वालों से पूछना चाहिए कि किसी और परीक्षार्थी के नक़ल करने के कारण  क्या इनको भी हाई स्कूल या १२ वी की परीक्षा में फेल कर दिया जाये, और तब तक परीक्षा कराई जाये , जब तक परीक्षा शत प्रतिशत शुद्धता से पूर्ण न हो जाये | तो उनको कैसा लगेगा

कई बार मीडिया ने  भ्रामक ख़बरें दी - जैसे टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा है, माया सरकार ने चयन का आधार बदल कर गलत किया
 जिसका खंडन हाई कोर्ट के आदेश व एन सी टी ई गाइड लाइन स्वत करती है

प्रिय साथियों/जिलाअध्यक्ष आप सब को मेरा एक सुझाव है, बाकि आप सब समझदार है यह की आप अपने-अपने जिले में जो ज्ञापन २१ मई २०१२ से अन्य दिनों में मुख्यमंत्री जी को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया थे उसकी प्राप्ति प्रति जो आप सब के पास होगी उसकी प्रति के साथ-साथ
दिनांक १ मई २०१२ समाचार पत्र की प्रति जिसमे मुख्यमंत्री जी ने १ हफ्ते में टी.ई.टी. पर फैसला ले लेगे और दिनांक १४ मई २०१२ को प्रकाशित समाचार पत्र जिसमे १० दिन में टी.ई.टी. पर फैसला ले लेगे और २७ मई २०१२ को समाचार पत्र में प्रकाशित की अब टी.ई. टी. पर फैसले निकाय चुनाव के बाद की एक-एक प्रति भाई/बहने अपने साथ लेकर आये और जिस किसी के पास न हूँ आप इस ब्लॉग से प्राप्त कर सकते है और एक प्राथना पत्र अपने-अपने हस्त-लेख  में इस आशय का लिखे की हमने टी.ई.टी. पास किया जैसी भी प्रक्रिया बताई गई हमने उस पर अमल करते हुए फॉर्म भरे अब मामला कोर्ट में हो या और कही हो इससे हमें कोई सरोकार नहीं है अगर हम गलत है तो बताये अगर नहीं तो हमें जल्द से जल्द नौकरी दी क्युकी इससे हमारा हर प्रकार से उत्पीडन हो रहा है इसलिए आज हमें इस चिलचिलाती धुप में आज अपना हक़ मागने आना पड रहा
है नहीं तो हमें क्या जरूरत थी की इस गर्मी में क्यों लखनऊ के चक्कर काटते|


धन्यवाद
राजेश राव (इलाहाबाद)