Sunday, April 8, 2012



Official Announcement of CM regarding meeting with TET Candidates and formation of commission under Chief Secretary

                            See : http://information.up.nic.in/View_Hindinews.aspx?id=43

                                      See : http://information.up.nic.in/View_Hindinews.aspx?id=43
सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षक, नियुक्ति नहीं
(UPTET : Teachers are continuously retired , But no recruitment )

मेरठ। जनपद में बेसिक शिक्षा में लगातार शिक्षकों की कमी हो रही है। साइंस और गणित के अध्यापकों की सबसे ज्यादा कमी है। साथ ही टीईटी मामले के बाद से बेसिक में एक भी नियुक्ति नहीं हुई है। बेसिक शिक्षा के आंकड़ों के अनुसार पिछली बार ग्रामीण क्षेत्र में लगभग प्राइमरी में 61 और जूनियर में 51 शिक्षक सेवानिवृत्त हुए थे और नगर क्षेत्र में प्राइमरी व जूनियर के लगभग 40 शिक्षक थे। लगभग 151 शिक्षकों सेवानिवृत्त हुए थे। प्रभारी बीएसए भारत भूषण ने बताया कि इस साल भी लगभग 150 के आसपास शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने की उम्मीद है।

News : Amar Ujala (8.4.12)

UPTET : टीईटी के 'मायाजाल' को भेदने की तैयारी !

सहारनपुर, जागरण संवाददाता : टीईटी  के 'मायाजाल' को भेदने के लिए आलाअधिकारी माथापच्ची में जुटे हैं। परीक्षा रद करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। अफसरों का मानना है कि यदि प्रक्रिया रद की गई तो इसका हाल भी बीटीसी-2001 जैसा हो जायेगा। इसमें सरकार को बड़ी कानूनी उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। नए विकल्पों की तलाश में अधिकारी गुडवर्क में जुटे हैं और पूरा मामला प्रदेश सरकार के विचाराधीन है। प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक पदों पर नियुक्ति का इंतजार कर रहे टीइटी अभ्यर्थी असमंजस से गुजर रहे हैं। नियुक्ति के लिए समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से विज्ञापन जारी किया गया था, जिसे नियम विरुद्ध बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। प्रक्रिया पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाई गई है। 
दूसरी ओर टीईटी घोटाले में निदेशक माध्यमिक शिक्षा संजय मोहन सहित आधा दर्जन अन्य लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। घोटाले की जांच में कई और अधिकारियों के लपेटे में आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

प्रक्रिया रद हुई तो बड़ा उलटफेर!
विभागीय सूत्रों के मुताबिक यदि टीइटी प्रक्रिया रद्द हुई तो बड़े उलटफेर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। टीइटी का बीटीसी-2001 जैसा हश्र न हो, इसे ध्यान में रखते हुए आलाअधिकारी ऐसा फ्रेमवर्क तैयार करने में जुटे है कि मौजूदा प्रक्रिया को ही सिरे चढ़ा दिया जाए। इसके पीछे अफसरों का मानना है कि ऐसा किए जाने की स्थिति में भविष्य की बड़ी कानूनी उलझनों से बचा जा सकेगा। दूसरा यह कि काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थी से ओएमआर की तृतीय प्रति व टीइटी प्रमाणपत्र मूल रूप में मंगाया जाये तथा इंटरनेट पर घोषित रिजल्ट से उक्त प्रमाण-पत्र की जांच की जायेगी।
यह थी टीईटी परीक्षा
प्रदेश शासन द्वारा टीईटी का जिम्मा माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपा था। 13 नवंबर को प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर कराई गई थी। प्राइमरी के घोषित रिजल्ट में 2.70 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में नौ जनवरी तक आवेदन पत्र मांगे गए थे। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जनवरी के दूसरे पखवाड़े में संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों से टीइटी प्रमाणपत्रों का वितरण कराया गया था।
प्रदेश शासन द्वारा टीईटी का जिम्मा माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपा था। 13 नवंबर को प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर कराई गई थी। प्राइमरी के घोषित रिजल्ट में 2.70 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में नौ जनवरी तक आवेदन पत्र मांगे गए थे। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जनवरी के दूसरे पखवाड़े में संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों से टीइटी प्रमाणपत्रों का वितरण कराया गया था।

News : Jagran (7.4.12)

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