Saturday, March 31, 2012


दो टीईटी बेरोगारों की हालत बिगड़ी, हजारों धरने पर
(UPTET : Health Condition  of Two TET Passed Unemployed Deteriorate , Thousands on Anshan / Hunger Strike )


Rajneeti nahi ye Unemployed hai 
लखनऊ। टीईटी बेरोजगारों के आमरण अनशन के दूसरे दिन दो बेरोजगारों की हालत काफी बिगड़ गई है। शनिवार की शाम को मोहम्मद गुलजार सैफी और अवनीश यादव को जिला प्रशासन ने  चिकित्सकीय जांच के बाद जिला अस्‍पताल में भर्ती कराया। उधर नगर मजिस्‍ट्रेट विनोद कुमार ने सरकार की ओर हजारों आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन टीईटी आवेदकों ने मांग पूरी होने तक आंदोलन वापस लेने से इंकार कर दिया है। विधान सभा के सामने धरना स्थल पर सुबह से ही प्रदेश भर से हजारों टीईटी बेरोजगारों की भीड़ जुटने लगी। 18 आमरण अनकारियों में शामिल अवनीश यादव, अतुल तिवारी, अमरेंद्र, मनोज शर्मा, लक्ष्मीकांत पाठक, राहुल गुप्ता, वीर बहादुर यादव, मोहम्मद गुलजार सैफी, अखिलेश यादव, सुरेश मिश्रा, सुधाकर सैनी, अशोक यादव, सुरेंद्र यादव, संजय कुमार, सुरेंद्र अर्कवंशी, नितिन शुक्ला, सचिन यादव, राजेश सैनी और राजकुमार गुप्ता के साथ हजारों टीईटी बेरोजगारों ने आरपार की लड़ाई का ऐलान किया
यहां तक कि युवाओं ने नगर मजिस्ट्रेट की ओर से धरना समाप्त करने की अपील भी ठुकरा दी। आवेदकों का कहना था कि वह केवल न्याय की उम्मीद में धरने में बैठे हैं। उधर धूप के कारण अनशनकारियों की हालत बिगड़ने लगी। शाम लगभग पांच बजे चिकित्सकों की टीम ने आमरण अनशनकारी का स्वास्थ्‍य परीक्षण किया। इसमें सैफी और यादव का ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा था। डाक्टरों की सलाह के बाद दोनों को सिविल अस्पताल भेज दिया गया। अन्य की भी स्थिति धीरे- धीरे खराब हो रही थी। उधर अन्य जिलों से टीईटी आवेदकों को आना लगातार जारी था। आंदोलनकारियों ने मांगे पूरी होने तक कदम पीछे हटाने से साफ इंकार कर दिया।

News : yuvadastak.com  (31.3.12)

टीईटी की बहाली तक जारी रखेंगे विरोध 
(UPTET : Until Process NOT Started , TET Candidates Conitue Their Andolan / Agitation )

अलीगढ़। बीएड बेरोजगार संघर्ष समिति की बैठक शनिवार को आयोजित की गई। इसमें समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीन सक्सेना ने कहा कि सपा सरकार बसपा सरकार से बदले की भावना की राजनीति के चलते टीईटी परीक्षा को रद करने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि यह आवेदकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि टीईटी परीक्षा की बहाली न होने तक छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा। बैठक में भीकम सिंह, धीरज सिंह, राजेश अग्रवाल, अंकित दुबे, मनोज कुमार, पुष्पेंद्र चौधरी, विपिन, शिवकुमार, कमल कुमार, मयंक आदि थे।
लखनऊ में कर रहे प्रदर्शन
फीरोजाबाद (ब्यूरो)। टीईटी संघर्ष मोर्चा से जुडे़ तमाम अभ्यर्थी लखनऊ में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जनपद से भी कई अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचकर उनका मनोबल बढ़ाने में लगे हैं। अवनींद्र सिंह ने कहा है कि अभ्यर्थियों को एकजुट होकर ही अब न्याय मिलने का विकल्प बचा हुआ है।

News : Amar Ujala (1.4.12)
शिक्षा का अधिकार को सफल बनाने में जुटी केंद्र सरकार
(RTE : Central Government Ready to Successful Implementation of Right To Education Act )
सरकार ने किए दो वर्षों में छह लाख शिक्षकों के पद मंजूर
अब राज्यों को करनी है पहल : सिब्बल
 नई दिल्ली (एजेंसियां)। छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (आरटीई) कानून लागू होने के दो वर्ष बाद देश के 32 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने इस कानून को अधिसूचित किया है, वहीं 21 प्रदेशों में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोगों और 31 प्रदेशों में अकादमिक प्राधिकारों का गठन हुआ है, लेकिन अभी गुणवत्ता संबंधी चुनौतियां बनी हुई हैं। आरटीई कानून के दो वर्ष पूरा होने पर शनिवार को केंद्र सरकार ने शिक्षा के अधिकार पर प्रभावी अमल और गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से राज्यों के लिए 10 सूत्री कार्यक्र म पेश किया है जिसमें आरटीई के मापदंडों को लागू करने, अकादमिक सत्र से पहले बच्चों को पुस्तक एवं पोशाक उपलब्ध कराना शामिल है। मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा कि राज्यों के लिए 10 सूत्री कार्यक्र म में अशक्त बच्चों के लिए प्रावधान, शिक्षकों को गैर शिक्षण कार्य में नहीं लगाने, पाठ्यक्र म सुधार को आगे बढ़ाने, शिक्षक प्रशिक्षण कार्य को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने, आधारभूत संरचना का विकास, स्कूलों को सत्र से पूर्व अनुदान उपलब्ध करना, स्कूलों में शिकायत निपटारा तंत्र स्थापित करना, शिक्षकों की नियुक्ति को जल्द पूरा करना शामिल है। उन्होंने कहा, ‘2009-10 में आरटीई के लिए 13 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया था जिसे 2012-13 में बढ़ाकर 25 हजार करोड़ रु कर दिया गया है।’

सिब्बल ने कहा, ‘शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की बुनियाद रख दी गई है। केंद्र ने अपनी भूमिका निभा दी है, अब राज्यों को पहल करना है। 10 सूत्री एजेंडा सामने है, इन्हें पूरा करना है।’ उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखंड-जैसे राज्यों में बच्चों के स्कूली पढ़ाई छोड़ने की दर घटी है, छात्र - शिक्षक अनुपात में भी सुधार हुआ है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, ‘लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना है।’

सिब्बल ने कहा कि आरटीई के तहत छात्र और शिक्षक अनुपात 30:1 निर्धारित किया गया है, लेकिन प्राथमिक स्तर पर 43 प्रतिशत स्कूल ऐसे हैं जहां यह अनुपात 30:1 से अधिक है। उच्च प्राथमिक स्तर पर 35 प्रतिशत ऐसे स्कूल हैं जहां छात्र और शिक्षक अनुपात 35:1 है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने दो वर्षों में छह लाख शिक्षकों के पद मंजूर किए हैं, अब समय आ गया है जब शिक्षकों की नियुक्ति और तैनाती पर गंभीरतापूर्वक आगे बढ़ा जाए। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि आरटीई लागू होने के दो वर्ष के दौरान सर्व शिक्षा अभियान के तहत 4,96,231 कक्षाओ के निर्माण को मंजूरी दी गई है। इसमें से अधिकतर कार्य एक वर्ष में पूरे हो जाएंगे। काफी स्कूलों में पेयजल और शौचालय की व्यवस्था की गई है, लेकिन लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय के निर्माण का कार्य अभी पूरा नहीं हो पाया है। शिक्षा का अधिकार कानून के तहत सभी राज्यों में प्रभावी शिकायत सुनवाई तंत्र स्थापित करने को कहा गया है ताकि बच्चों की शिकायतों का समयबद्ध और प्रभावी तरीके से निपाटारा किया जा सके। सिब्बल ने कहा कि अभी तक देश के 32 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कानून को अधिसूचित किया गया है। गोवा और कर्नाटक ने अभी कानून अधिचित नहीं किया है। 21 प्रदेशों में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग और 31 में अकादमिक प्राधिकार का गठन हुआ है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने राज्यों को एससीपीसीआर गठित करने के लिए परामर्श भी भेजा है। हमने अपनी भूमिका निभा दी

 News : rashtriyasahara.samaylive.com (31.3.12)
लाखों टीईटी अभ्यर्थियों के साथ धोखा ǃ
(UPTET : Cheating with Lakhs of Candidates )

Article By - Abhishek Kant Pandey 
टीईटी निरस्त करने और अध्यापक चयन नियमावली बदलने की तैयारी चल रही है। पिछली सरकार के समय में प्राथमिक विद्यालय में 72825 शिक्षकों की भर्ती विज्ञापन को निरस्त कर अभ्यर्थीयों का 500 रूपये वापस कर दिया जायेगा। यानि यह सरकार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेगी। लेकिन लाखों बेरोजगारों का क्या दोष जिन्होंने मेंहनत और ईंमानदारी से टीईटी परीक्षा उतीर्ण की और हजारों रूपये खर्च किया। और यह आशा रखी की भारत का लोकतांत्रिक ढांचा के तहत नौकरी मिल जाएगी। लेकिन सरकार के बदलते ही निर्णय भी बदल दिया गया। पिछली सरकार के समय में निकली विज्ञप्‍ति को निरस्त करने की मंशा के चलते लाखों लोगों का भविष्य दांव में लग गया है

क्या टीईटी को निरस्त करना उचित हैॽ 

क्या यह सही है कि जिस टीईटी परीक्षा में इतने सवाल उठ रहे हैं तो ऐसे में सरकार को निश्पक्ष जांच कराकर दोषियों को सजा दिया जाना चाहिए। ऐसे लोगों को बाहर कर टीईटी से चयन करना चहिए जबकि किसी परीक्षा को निरस्त करना कहां की समझदारी है। वहीं टीईटी की मेरिट की हाईकोर्ट इलाहाबाद ने भी तारीफ की कहा जिस तरह से एकेडमिक प्रक्रिया से यह उचित है क्योंकि यहां सभी उम्मीद्वारों को सामान अवसर देता है। जिस तरह से बीटीसी 2011 में दर्जनों ऐसे फर्जी अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिया और प्रशिक्षण भी कर रहे थे लेकिन जब इनकी मार्कशीट की जांच उप सचिव स्तर के अधिकारयों ने किया तो पता चला कि इनमें से कितने ऐसे प्रशिक्षु मिले जिन्होंने अपनी हाईस्कूल और इण्टर दूसरें दर्जे मे पास लेकिन इसी  रोल नंबर में 70 प्रतिशत तक नंबर बढ़ाकर फर्जी मार्कशीट तैयार की है। ऐस फेर्जी प्रशिक्षुओं के परिजन शिक्षा विभाग में कार्यरत है और अपने पद का दुरपयोग इनका नंबर बढ़या है। यहां पर पूरी प्रक्रिया निरस्त नहीं की तो टीईटी की जांच ऐसे लोगों का पर्दापाश किया जाना चाहिए न की इस परीक्षा को निरस्त करना चहिए। संभव है कि इस परीक्षा को निरस्त करने वालों की मंशा अपने आपकों बचाना है। 
एनसीटीई के द्वारा अनिवार्य शिक्षा कानून के तहत टीईटी परीक्षा अनिवार्य होने से उत्तर प्रदेश की प्राइमरी स्‍कूलों में आध्यापक नियुक्‍ति प्रक्रिया में केवल एकेडमिक के अंक से चयन की नीति उचित नहीं है। जिस तरह से नकल एक बड़ी समस्‍या है और सभी बोर्ड और विश्‍वविद्‍यालय में सामान मार्किंग न होने से यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इण्टर उतीर्ण छात्र को बमुश्किल से 60 प्रतिशत अंक मिलता है जबकि सीबीएसई और आइएससी बोर्ड में औसत छात्र 70 से 80 प्रतिशत अंक आसानी से पा जाते हैं। वहीं इग्‍नू राजर्षिटण्‍डन ओपन विवि के अलावा प्रोफेशनल कोर्स जैसे बीबीए बीसीए बीएमस बीमास आदि में 70  प्रतिशत से अधिक अंक आसानी से मिलते है। ऐसे में शिक्षक चयन में एकेडमिक रिकार्ड से नौकरी देने पर यूपी बोर्ड और जिन्‍होंने इलाहाबाद बीएचयू जैसे विश्‍विविद्‍यालय से स्‍नातक किया है वहां टापर को भी 75 प्रतिशत नंबर नहीं मिलता है तो ऐसे में इन छात्रों के साथ अन्याय होगा। वहीं संपूर्णानंद विवि में 80 प्रतिशत नंबर आसानी से मिलता है और इस मामले में कई बार कोर्ट ने फर्जी मार्कशीट भी पकड़ा और संस्‍था को भी चेतावनी दी की सभी का डाटा बना कर रखे ताकी पता चले कि किताना नंबर किसने प्राप्‍त किया है। इन सबको देखते हुए टीईटी को चयन का आधार ज्यादा तर्क संगत है। जिसे एकेडमिक चयन के आधार चाहने वालों ने चुनौती दी लेकिन हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी और कहा कि टीईटी मेरिट से चयन सही है।   
Article By - Abhishek Kant Pandey (Prkhar Chetna)



अनशनकारी टीईटी अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़
(UPTET : Anshankari TET Candidates Health Condition Deteriorates) 


सिविल अस्पताल में कराया गया भर्ती आमरण अनशन जारी जनरेटर व पानी का हुआ इंतजाम
लखनऊ (एसएनबी)। नियुक्ति सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले विधानभवन के सामने आमरण अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों में दो की तबियत वालों में दो लोगों की तबीयत बिगड़ने पर प्रशासन ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने बताया कि उनकी हालत नार्मल है। आमरण अनशन पर बैठे अश्वनी कुमार यादव व मो. गुलजार सैफी की तबीयत बिगड़ते ही प्रशासन में हडकम्प मच गया। मौके पर तत्काल डाक्टरों की टीम ने पहुंचकर अनशनकारियों की जांच की और दो लोगों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। प्रदेश अध्यक्ष विवेकानन्द ने कहा कि टीइटी अभ्यर्थी की शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न के शिकार हो रहे है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार से उन्हें न्याय नहीं मिलेगा उनके साथियों का आमरण अनशन जारी रहेगा। विधानभवन के सामने रात में जनरेटर से लाइट व पानी के लिए टैंकर रखवायें गये । मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठने वालों में इमरान, नीतिन शुक्ल, सतेन्द्र शर्मा, सुधाकर सैनी, उमाशंकर मृत्युंजय सिंह, अमरेन्द्र, संजय कुमार, अशोक कुमार यादव, सतेन्द्र मिश्र आमरण अनशन पर बैठे हैं।

News : rashatriyasahara.samaylive.com (1.4.12)
लखनऊ जाएंगे टीईटी अभ्यर्थी
(UPTET : TET candidates Move To Lucknow)

लखनऊ जाएंगे टीईटी अभ्यर्थी
ज्ञानपुर। पुलिस लाइन स्थित संतोषी माता के मंदिर परिसर में हुई बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों ने लखनऊ में चल रहे अनशन को समर्थन देते हुए उसमें हिस्सा लेने का निर्णय लिया। अध्यक्षता अजय कुमार मिश्र और संचालन मुन्नालाल यादव ने किया। इस मौके पर ऋषिराज श्रीवास्तव, विवेक कुमार, प्रमोद कुमार यादव, विवेक श्रीवास्तव, अशोक कुमार सरोज, विपिन मिश्रा, जितेंद्र गुप्ता, उमेश मौर्य, अनुपम आनंद, राजेश पाल, आदिल अंसारी सहित बड़ी संख्या में अभ्यर्थी थे।

***********************
**********************************************************

एक अप्रैल को लखनऊ चलने का आह्वान
अमरोहा। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष समिति की बैठक में लखनऊ में चल रहे आमरण अनशन में चलने का आह्वान किया गया। शनिवार को मोहल्ला पीरगढ़ में संजीव सैनी के आवास पर हुई बैठक में जिलाध्यक्ष सौरभ सक्सैना ने कहा कि सरकार ने परीक्षा को मेरिट के आधार पर बहाल नहीं किया, तो लंबी जंग के लिए कमर कस लें। उपाध्यक्ष संजय सैनी ने कहा कि एक अप्रैल को शाम 5 बजे लखनऊ रवाना होंगे। बैठक में मौहम्मद मारूफ, अशोक कुमार, सुरजीत सिंह, अतुल कुमार, दिनेश यादव, मुकेश कुमार, संजीव कुमार, अजीत सिंह, अनुज ने भी विचार रखे।

आज निकालेंगे शांति मार्च 
अहरौला। टीईटी उत्तीर्ण संघ अहरौला द्वारा एक अप्रैल को क्षेत्र में शांति मार्च निकाला जाएगा। यह जानकारी अध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि शांति मार्च बीआरसी कार्यालय से प्रारंभ होकर विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण के बाद बीआरसी कार्यालय अहरौला पहुंच सभा के रूप में तब्दील हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सभा के बाद एसडीएम बूढ़नपुर और एसओ अहरौला के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा।

टीईटी अम्यर्थियों ने निकाला मौन जुलूस 
•विभिन्न मांगों को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन 
संभल। टीईटी प्रशिणार्थियों ने शहर में मौन जुलूस निकालकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। टीईटी चयन प्रक्रिया मे धांधली को लेकर प्रशिणार्थियों ने संभल में मौन जुलूस निकाला। एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम अनुज कुमार झा को सौंपा। प्रशिणार्थियों ने हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां ले रखी थी। मांग पत्र में बेरोजगारी भत्ते के लिए आयु 35 वर्ष से कम कर 30 वर्ष करने, चयन प्रक्रिया मेे धांधली रोकने आदि मांग की। बेरोजगारी भत्ते के लिए सिर्फ बीपीएल के राशन कार्ड धारकों को ही सरकार द्वारा भत्ता देने का विरोध कर हर बेरोजगार को दिलाने की मांग की। इस दौरान बिटटन, कोकब, तफसीर, मिथुन, फराज, दिलशाद, महेंद्र, अंशु सागर, शाहरूख, तौकीर अहमद, महबूब अली, राकेश रहे।

*********************************************************************************
सूबे में सरकारी नियुक्तियों पर लगी रोक, सरकारी नौकरी के अरमानों पर फिर गया पानी 
• टीईटी अभ्यर्थियों को लगा जोर का झटका 
सहारनपुर। लोक सेवा आयोग के माध्यम से की जाने वाली भर्ती और न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में की जाने वाली नियुक्तियों को छोड़कर प्रदेश में सभी तरह की नियुक्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकार के इस निर्णय से सरकारी विभागों में नियुक्ति पाने वाले उम्मीदवारों को जोरदार झटका लगा है। इतना ही नहीं, महीनों से प्रदेश में 72 हजार से ज्यादा पदों पर टीचर बनने का सपना संजोए लाखों टीईटी अभ्यर्थियों के अरमानों पर भी पानी फिर गया है।
उत्तर प्रदेश शासन में प्रमुख सचिव राजीव कुमार की ओर से इस बारे में शासनादेश जारी किया गया है। जनपद में कार्मिक विभाग और कोषागार कार्यालय को शासनादेश शनिवार को पहुंच गया। यहां यह मंडलायुक्त कार्यालय के माध्यम से भेजा गया। कोषागार कार्यालय के सूत्रों की मानें तो इस समय राज्य सरकार के विभागों में ही जनपद में कम से कम 10 हजार रिक्तियां हैं। इसके अलावा शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के बाद टीचर बनने का सपना देख रहे जिले के 21 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के अरमानों पर भी पानी फिर गया है। अभी तक ऐसे अभ्यर्थी पुरानी मेरिट व्यवस्था के तहत टीचर बनने का सपना देख रहे थे। मंडलायुक्त सुरेश चंद्रा ने बताया कि फिलहाल सरकारी नियुक्तियों पर रोक लग गई है। यह कब तक रहेगी, इस बारे में कहना मुश्किल है। अपर आयुक्त के माध्यम से इस आदेश के बारे में विभागों को अवगत करा दिया गया है।


News : Amar Ujala (1.4.12)
(UPTET : Anshankari / Hunger Strike TET Morcha President Health Condition Serious , Hospitalized )


हरदोई। शिक्षक बनने का सपना देखने वालों ने दो दिन से आर पार की लड़ाई लड़ना शुरू कर दिया है। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश आह्वान पर लखनऊ में शुक्रवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया गया, जिसमें जिले से भी सौ से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए। दूसरे दिन ही जिले के मोर्चा अध्यक्ष की हालत खराब होने के कारण उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
जिले में भी इसकी सूचना आते ही अन्य शिक्षित बेरोजगारों में भी रोष फैल गया। 72 हजार से ज्यादा शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती को सरकार टीईटी परीक्षा क रवाती है और उसमें आए अंकों पर ही सफल अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने का सपना दिखाती है, पर दूसरी पार्टी सत्ता में आते ही इन अभ्यर्थियों के सपनों को चकनाचूर करने का काम करती है और भर्ती को ही निरस्त करने की मूड में दिखती है, जिसको भांप कर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी आरपार की लड़ाई लड़ने को मजबूर हो गए। लखनऊ के दारुल शफा में क्रमिक अनशन शुरू हो गया। जिसमें पूरे प्रदेश के अभ्यर्थी शामिल हुए।इधर जिले से भी अध्यक्ष अवनीश यादव के नेतृत्व में सौ से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। दूसरे दिन सुबह से ही अध्यक्ष अवनीश की हालत खराब होने लगी। जिसके बाद इस कदर हालत खराब हुई कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके साथ ही मेरठ जिले के मोहम्मद सफी को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बहरहाल इसकी सूचना जिले में आते ही अन्य शिक्षित बेरोजगारों में भी रोष है। उनका कहना है कि युवाओं की सरकार कही गई सपा सरकार ही युवाओं का शोषण कर रही है।  ********** आज होगी बैठक ललितपुर। टीईटी छात्रों के लखनऊ में चल रहे आमरण अनशन को समर्थन देने के लिए विचार-विमर्श को बैठक एक अप्रैल को शाम चार बजे आहूत की गई है। यह जानकारी राजेंद्र राठौर ने दी। उन्होंने छात्र- छात्राआें से बैठक में शामिल होने की अपील की है।


News : Amar Ujala (1.4.12)

CBSE versus UP Board Acadmic Marks Weightage



CBSE versus UP Board Acadmic Marks Weightage

See
Ministry of Science and Technology
Department of Science and Technology
INSPIRE Scholarship


Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for
2008, 2009, 2010, and 2011



2008
2009
2010
2011
UP Board
69.2
72.6
77
77
CBSE
91
92.4
91.8
93.2
ICSE
93
93.3
93.2
93.43


You can see easily a difference between UP Board Marks and Other Board Marks.Some years back (10-20 years ), UP Board Pass percentage was very low, And that time difference is very high between UP Board Marks and other board marks.However I am NOT oppsing any board, but justify the stand of common examination. Additionally I felt multistage examination can be a good option to select right candidate. As it happens Rajasthan. Teacher Eligibility Test (TET)  for UP PRT is an aptitude examination for Primary Teachers and Not a selection of Scientists. If somebody is genius then their are many places where he/she can utilize his/her skills Many organizations (Railway, Bank, Defense , SSC Central Govt., CSE ) take aptitude examinations as per their requirements. In UP PRT Teacher Process was already decided and any change can make a longer (indefinite period as we don't know if matter goes in court then how much time it takes for decision.) time in selection. 

*********************************************************************************

What Allahabad Highcourt says about TET and its favoring to TET Exam

We are pleased to note that the system of Teachers' Eligibility Test (TET) examination has been introduced as that will also check dishonest, unqualified candidates with forged degrees securing easy entry into teachers education courses and thereby securing teaching jobs

 OR See Here - http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.dojudgmentID=1540454

SEE - What Allahabad Highcourt Says - When it give Judgment in Favor of TET Merit based Selection

SEE - What Allahabad High court Says - When it give Judgment in Favor of TET Merit based Selection, And Dismissed Academic Merit Based Selection  


For the purpose of making selection and appointment as Assistant Teacher the said qualification cannot be made a basis/foundation particularly considering the process of the said test as it amounts to change of rules of the game when the game has already commenced and in support thereof placed reliance on judgements of this Court in K. Manjusree Vs. State of Andhra Pradesh and another (2008) 3 SCC 512 and Hemani Malhotra Vs. High Court of Delhi (2008) 7 SCC 11.

8. In Baloji Badhavath (supra), it was held that a procedure evolved for laying down mode and manner for consideration of a right to be considered for appointment can be interfered with only when it is arbitrary, discriminatory or wholly unfair, which learned counsel for petitioner failed to prove in the case in hand and, therefore, reliance placed thereon is totally misconceived.

9. So far as making of qualifying examination basis of selection is concerned, it is always permissible to the rules framing authority to determine the criteria for selection which may base on the merits of the candidate possessed in various academic qualifications or qualifying test or any other criteria which may otherwise be valid and once it is so determined, unless it can be said that the same amendment in the rule is contrary to any statutory provision or otherwise ultra vires or vitiated in law, the same cannot be interfered.

10. In the result, writ petition lacks merit. Dismissed. Dt. 12.12.2011 PS


*********************************************************************************
टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च - सरकार के खिलाफ जमकर की गई नारेबाजी
(UPTET : TET Passed Candidates Performed Candle March , Shouted Against Government )

मोंठ (झांसी)। टीईटी में उत्तीर्ण छात्रों ने नियुक्ति पत्र दिए जाने क ी मांग को लेकर मोमबत्ती जुलूस निकाला। सावित्री चौराहे से शुरू हुए मोमबत्ती मार्च में सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने पैदल चलकर एसडीएम कोर्ट तक नारेबाजी की। टीईटी परीक्षा पास करने वाले छात्रों का कहना है कि सरकार शीघ्र ही टीईटी चयन सूची के अनुसार नियुक्ति पत्र जारी करे। अगर टीईटी की परीक्षा निरस्त की गई तो लाखों छात्रों के साथ कुठाराघात होगा, जिन लोगों ने धांधली की है अथवा जो प्रकाश में आ रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए, सभी के साथ अन्याय न किया जाए। जुलूस में डा.चित्रगुप्त श्रीवास्तव,हृदयनारायण पांडेय, अनुराग पांडेय,सुरजीत राजपूत, मनोज यादव,मनीष वर्मा,धीरज गुप्ता, गजराज यादव,धर्मेंद्र यादव, अंकित पाठक,अजय गौतम, बाबूराम साहू, श्यामजी नामदेव, अवधेश गुप्ता,अकरम खां,आशीष मिश्रा, गोविंद नारायण,अख्तर अली, अमर गुप्ता,महेंद्र सविता, गोपाल यादव,रामसिंह यादव, अश्वनी यादव, मनीष दिवाकर, मिंटू श्रीवास्तव, दीपक पांडेय आदि अनेक लोग मौजूद रहे।

*********************************************************************************

मामले को टालने का प्रयास कर रही सरकार
फीरोजाबाद (ब्यूरो)। टीईटी अभ्यर्थियों की एक बैठक का आयोजन गांधी पार्क में किया गया। बैठक के दौरान वक्ताआें ने टीईटी प्रक्रिया मेें सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को गलत बताते हुए द्वेषपूर्ण कार्रवाई की बात कही है। बैठक के दौरान कमल किशोर यादव ने कहा कि टीईटी की प्रक्रिया बसपा शासन के कार्यकाल में शुरू की गई थी। वर्तमान सरकार संशोधन तथा धांधली का बहना बनाकर मामले को लटकाना चाहती है। टीजीटी, पीजीटी, बीटीसी आदि परीक्षाओं में भी सैकड़ों छात्र धोखाधड़ी करके नौकरी प्राप्त कर लेते हैं। 
लेकिन सरकार उनको निरस्त नहीं करती। उन्होंने सरकार से नियुक्ति देने की मांग की है। मांग करने वालों में महेश पासवान, उपेंद्र उपाध्याय, राजेश आदि शामिल हैं।
*********************************************************************************
आज जाएंगे लखनऊ
आजमगढ़। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शुक्रवार को बैठक कर लखनऊ में चल रहे टीईटी के धरने को समर्थन देने के लिए 31 मार्च को उत्सर्ग से लखनऊ रवाना होंगे। वृजभान यादव ने अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है।

*********************************************************************************
 टीईटी परीक्षा निरस्त न करने को ज्ञापन भेजा
बदायूं। टीईटी पास अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि टीईटी की परीक्षा निरस्त न की जाए। सहायक अध्यापकों की भर्ती शुरू की जाए। यदि परीक्षा निरस्त की गई तो वह लोकसभा चुनाव में सपा के विरुद्ध मतदान करेंगे। 31 मार्च को मालवीय आवास पर क्रमिक अनशन करेंगे। टीईटी पास कर चुके अभ्यर्थी काफी िदनों से इस मामले को लेकर संबंधित अिधकारियों से िमल रहे हैं। ज्ञापन पर पान सिंह यादव, उमेश यादव, प्रतिपाल जाटव आदि के हस्ताक्षर हैं।

*********************************************************************************
 वार्ता टूटी, टीईटी पास अभ्यर्थी अनशन पर
लखनऊ। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का आंदोलन शुक्रवार को और भी उग्र हो चला है। मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग पर अड़े टीईटी अभ्यर्थी विधानसभा के सामने स्थित दारूलशफा में अनशन पर बैठ गए हंै। अभ्यर्थी लगातार भर्ती प्रक्रिया को पूर्व में प्रकाशित विज्ञप्ति के अनुसार कराए जाने के संबंध में लिखित आश्वासन की मांग कर रहे हैं। जबकि, बेसिक शिक्षा सचिव इस संबंध में कोई भी निर्णय लेने में अपनी असमर्थता जताते हुए अभ्यर्थियों से 13 अप्रैल तक समय मांगा है।
*********************************************************************************
टीईटीअभ्यर्थियों की बैठक आज
ज्ञानपुर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक 31 मार्च को पुलिस लाइन स्थित संतोषी माता मंदिर परिसर में होगी। बैठक में नियुक्ति के संबंध में चर्चा होगी। यह जानकारी अजय कु मार मिश्र ने दी।

News : Amar Ujala (31.3.12)

Friday, March 30, 2012

टीईटी प्रक्रिया रद करने का प्रस्ताव

31-mar-2012
लखनऊ, जागरण ब्यूरो : बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने के लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए जारी की गई विज्ञप्ति को रद करने की सिफारिश की गई है।
यह भी कहा गया है कि शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का आवेदन शुल्क उन्हें लौटाया जाएगा। अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क लौटाने की प्रक्रिया निर्धारित की जाएगी। गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से 500 रुपये और आरक्षित से 200 रुपये आवेदन शुल्क लिया गया था। 
http://jagranepaper.com/epaper/31-mar-2012-64-kanpur-edition-kanpur-Page-11.html

UPTET : TET Candidates Anshan / Hunger Strike in Lucknow





News : Live Hindustan (31.3.12)
*********************************************************************************

UPTET : TET Candidates Anshan / Hunger Strike in Lucknow

लखनऊ (एसएनबी)। नियुक्ति सहित आठ सूत्री मांग को लेकर शुक्रवार को यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हजारों अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को विधानभवन के सामने धरना दिया और बाद में 37 अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठ गये। धरने का नेतृत्व करते हुए प्रदेश अध्यक्ष विवेकानन्द ने टीइटी अभ्यार्थियों की तरफ से म् ख्य् म्त्रि  अखिलेश यादव को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों की संख्या लगभग तीन लाख है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी अपनी योग्यता के अनुसार 60 फीसद व 90 फीसद तक के अंक अर्जित करने के बावजूद भेदभाव किया जा रहा है। अनशनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती उनका आमरण अनशन जारी रहेगा। मीडिया प्रभारी सुरेशमणि त्रिपाठी का कहना है कि धरना स्थल तो विधानभवन के सामने कर दिया गया लेकिन अभी तक जरूरी सुविधाओं का इंतजाम भी नहीं है। बिजली व्यवस्था नहीं और न तो पानी की। सरकारी हैण्डपम्प लगा तो है लेकिन खराब पड़ा है। मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठने वालों में मो. गुलजार, इमरान, नीतिन शुक्ल, सतेन्द्र शर्मा, सुधाकर सैनी, उमाशंकर मृत्युंजय सिंह, अमरेन्द्र, संजय कुमार, अशोक कुमार यादव, सतेन्द्र मिश्र सहित 37 अभ्यर्थी आमरण अनशन व हजारों लोग धरने पर मौजूद है।
 उधर दूसरी ओर अनशन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि मण्डल बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव सुनील कुमार से मिला। उन्होंने आश्वासन दिया कि पूर्व में प्रेषित ज्ञापन में उठाये गये बिन्दुओं एवं आज की बैठक में उठाये गये बिन्दुओं पर अन्तिम निर्णय के समय विचार किया जाएगा और एक माह के अन्दर इस पर निर्णय कर लिया जाएगा। वार्ता विफल धरना स्थल पर बिजली पानी का नहीं है कोई इन्तजाम धरने में दर्जनों की संख्या में लड़किया भी शामिल विधान भवन के सामने धरना देते टीईटी अभ्यर्थी। 
फोटो : एसएनबी ......rastriya sahara

*********************************************************************************

मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग पर अड़े टीईटी अभ्यर्थी
(UPTET : TET Candidates adamant for selection on TET Merit )

Demanded Selection on TET Merit - which is as per NCTE Guidelines and as per Government order.

Earlier Allahabad highcourt also gave some decisions in favour of TET Merit Holders / Selection through TET Merit. TET Candidate wants - only culprits  should be punished, NOT all candidates.

लखनऊ (ब्यूरो)। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का आंदोलन शुक्रवार को और भी उग्र हो गया। मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग पर अड़े अभ्यर्थी विधानसभा के सामने स्थित दारूलशफा में अनशन पर बैठ गए है। अभ्यर्थी लगातार भर्ती प्रक्रिया को पूर्व में प्रकाशित विज्ञप्ति के अनुसार कराए जाने के संबंध में लिखित आश्वासन की मांग कर रहे हैं। जबकि, बेसिक शिक्षा सचिव इस संबंध में कोई भी निर्णय लेने में अपनी असमर्थता जताते हुए अभ्यर्थियों से 13 अप्रैल तक समय मांगा है।
आश्वासन देकर अभ्यर्थियों का आंदोलन समाप्त कराने के लिए शुक्रवार को प्रशासन ने उनकी वार्ता बेसिक शिक्षा सचिव से कराई लेकिन वार्ता असफल रही। वार्ता में टीईटी उत्तीर्ण महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्र ने सरकार से पूर्व प्रकाशित विज्ञप्ति के अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने की लिखित मांग है। ऐसे में सचिव ने अभ्यर्थियों से 13 अप्रैल तक लिखित कुछ भी दिए जाने के लिए समय देने को कहा है। इस पर भड़के अभ्यर्थियों ने आंदोलन तेज करते हुए अनशन पर बैठ गए हैं।

 News : Amar Ujala (31.3.12. )

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा भर्ती

(UPTET : UP Primary Teacher Recruitment )

आज हर जगह उत्तर प्रदेश में टी ई टी अभ्यर्थी अपनी भर्ती को लेकर चिंतित हैं | कुछेक का मानना है की अगर उन्होंने भर्ती की सभी शर्तें नियमानुसार पूरी की हैं तो आगे भर्ती प्रक्रिया होने के बजाये , भर्ती के नियम बदलने जैसी बातें क्यूँ हो रही हैं अगर कहीं घोटाला हुआ है तो उसकी जाँच कराकर सिर्फ दोषीओं को सजा दी जानी चाहिए | कुछ लोग न्यायलय में भी जाने का मन बना रहे हैं और तर्क दे रहे हैं की उन्होंने भर्ती की शर्तें पूरी की हैं और उनको नोकरी दी जाये | उन्होंने कोई घोटाला / बेईमानी नहीं किया है | ये मामला भी सीधे सीधे जनहित / लाखों लोगों से जुदा है और या कहें की करोड़ों भारतीओं से क्योंकी शिक्षा का अधिकार लागु होने के बाद भी हर साल लाखों बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित रह जाते हैं क्योंकी विद्यालय में योग्य शिक्षकों का आभाव है | कई सालों से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई , जबकी शिक्षा का अधिकार आने से मांग कई गुना बड गयी है अगर ये मामला न्यायलय में जाता है तो नियम परिवर्तन और भी ज्यादा मुश्किल है जो की अभी भी सरकार के लिए ये एक मुश्किल से कम नहीं और ऐसा नियम परिवर्तन होना भी नहीं चाहिए अन्यथा ये तो अभ्यर्थीओं के भविष्य से खिलवाड़ होगा | शिक्षा विभाग को नियम तय करने से पहले सोचना चाहिए था की चयन का आधार क्या हो , न्यायलय ने भी टीईटी के पक्ष में टिपण्णी दी हैं और इसके विरुद्द याचिकाओं को निरस्त भी किया है | (अकादमिक वर्सस टीईटी, टीईटी मार्क्स के चयन को आधार न बनाये जाने के विरोध मैं - जिसमें लोगों ने दलील दी थी की टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा है और इसके आधार पर चयन गलत है )
न्यायलय ने ये भी कहा की टीईटी अभ्यर्थीओं को संदेह की नजरों से नहीं देखा जाना चाहिए
एन सी टी ई ने भी कहा की टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा नहीं है इसके अंकों को चयन में महत्व दीया जाना चाहिए , लेकिन आज भी इस तरह के बयान आते हैं की टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा है,
क्या यह न्यायलय की अवमानना नहीं है और टीईटी मेरिट होल्डर्स का मजाक नहीं है | ऐसा कहाँ की जहाँ टीईटी अंकों को चयन में कोई महत्व नहीं दीया जा रहा है चाहे - के वी एस की भर्ती हो , एस एस ए चंडीगढ़ या राजस्थान ग्रेड थ्री अध्यापक भर्ती हो | अकादमिक परीक्षा में यु पी बोर्ड , सी बी एस ई बोर्ड से सालों से पिछड रहा है तो अकादमिक अंकों पर चयन तर्क न्याय संगत नहीं हैं | डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलोजी ( केंद्र सरकार ) ने तो यु पी बोर्ड , सीबीएसई बोर्ड को बराबर न मानते हुए स्केलिंग व्यस्था कर रखी है जो सालों से चल रही है आप खुद देखीए -
At the time of LT Grade Teacher Recruitment - Candidates / People say : यूपी में ही फेल हुआ यूपी बोर्ड कट ऑफ लिस्ट देखकर अभ्यर्थियों ने यही बात कही (published in jagran)
तो यु पी सरकार अपने ही बोर्ड के छात्रों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों करती है , क्या ऐसा है की जो नियम बनाते हैं ( आई ए एस , पी सी एस ) उनके बच्चे सीबीएसई बोर्ड में पद रहे हैं | हाल में ही कुछ फर्जी युनीवर्सिटीओं के घोटाले सामने आये जिसमें सम्पूर्णानन्द , माध्यमिक शिक्षा मंडल प्रमुख हैं देखीये न्यायलय ने क्या टिपण्णी की है - तो क्या अकादमिक को आधार बनाना तर्क संगत होगा हालांकी कुछ श्रेणी, उच्च शिक्षा आदि को वेटेज ( अगर इंटरव्यू नहीं हो रहे हैं ) दिया जा सकता है लेकिन ये नियम भर्ती से पहले स्पष्ट होना चाहिए और युपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड के अंकों को स्केलिंग पद्दति से ले कर बराबरी का मोका तो कम से कम देना चाहिए
अदालत में जो स्टे लगा है वो विज्ञापन के अधिकार को लेकर है न की चयन के आधार को लेकर (अगर किसी को और अधिक जानकारी है तो वह कमेन्ट के माध्यम से सूचित कर सकता है )
अगर टीईटी अभ्यर्थी न्यायलय जाते हैं तो उनका तर्क है की जीत संभावित है , पर न्यायिक प्रक्रीयाओं में समय काफी लगता है पर ये मामला जनहित से जुड़ा होने के कारण हो सकता हैं की फेसला जल्दी भी आ जाये |पर टीईटी अभ्यर्थीओं का प्रयास है की सरकार बातचीत से राजी हो जाये और इस कारण हजारों अभ्यर्थी लखनऊ में धरने पर बेठे हैं अब आगे देखना ये है की ये मामला किस और जाता है- 


********************************************************************************* 

UPTET : New Date for hearing : 12 April 2012 (Likely ) regarding Stay on PRT Teachers Selection in UP


UPTET : New Date for hearing : 12 April 2012 (Likely ) regarding Stay on PRT Teachers Selection in UP

(Date changing again and again, TET Candidates are stressed and confused for its decision and worried about their future)

Case Status - Allahabad
Pending
Writ - A : 76039 of 2011 [Varanasi]
Petitioner:
YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR
Respondent:
STATE OF U.P. & OTHERS
Counsel (Pet.):
ALOK KUMAR YADAV
Counsel (Res.):
C.S.C.
Category:
Service-Writ Petitions Relating To Primary Education (teaching Staff) (single Bench)-Appointment
Date of Filing:
21/12/2011
Last Listed on:
22/03/2012 in Court No. 33
Next Listing Date (Likely):
12/04/2012

Source : http://allahabadhighcourt.in/casestatus/caseDetailA.jsp?type=WRIA&num=76039&year=2011
टीईटी उत्तीर्ण आज से अनशन पर
(UPTET : TET Passed Candidates on Hunger Strike / Anshan , Starts from Today )

As per information on Facbook -0. Navin Pandey :
मित्रों- हमारा प्रयास सही दिशा में जा रहा है. हालाँकि सचिव ने कोई आश्वासन नही दिया है लेकिन सरकार ये सब देख कर सकते में है. उसे इस बात का एहसास जरुर हो गया है कि इन अभ्यर्थियों कि अपेक्षा नही कि जा सकती! उधर यह भी संकेत मिला है कि उत्तर प्रदेश शासन ने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर लाठीचार्ज नही होने चाहिए. यह दिखाता है कि सरकार किस हद तक हमसे डरी हुयी है. अभी भी जो लोग लखनऊ नही पहुचे है, तुरंत ट्रेन पकड़ ले क्यों कि ये प्रदर्शन कल भी जारी रहेगी...हो सकता है एक-दो दिन और भी. सारी मीडिया भी वही जमी हुयी है.... हर तरफ शांतिपूर्ण माहौल है....उत्तेजना बिलकुल नही है... गाँधी जी के अस्त्र में कितना दम है आज देखा जा सकता है...... जो भी लोग वहाँ नही पहुचेगे वो इतिहास का अहम गवाह बनने से चूक जायेगे. बिलकुल अन्ना के आंदोलन जैसा ही माहौल है...

1. mukhya sachiv bole------ jab humne kaha ki to ye hindustan aur amar ujala mein jo tet ko nirast karne ki khabar aa rahi usme kitni sachaai hai to unhone kaha ki paper wale apne man se ye sab khabar de rahe hain,humne to abhi isper vichar hi nahi kiya , unhone soochna aayog ko iska pata lagane ke liye kaha.
2. Basic siksha schiv se warta se tet wale sntust nhi cabinate se warta pe adig
3. Why will talk of SACHIV we need some commitment from CM because he is the decision maker
4. Jabardast pradarshan, kamal ka anusasan.  20000 log ekdam shant ,koe awaz nhi yehi hai hamari takat
5. Rinkoo Kumar :  ab jarror manega akhilesh... maanna hi padega...
6. Vijay Shukla : facebook se nai manega bhai sadak pe aana padega tub manega aao yaha

Through BLOG Comments -

main raat me pilibhit se nikal raha hu. Aap jayada se jyada pahuchne ki kosis kare kyoki abhi nahi to kabhi nahi lnw chlo

APNE HAQ KE LIYE LUCKNOW AAO........ CHANDIGARH EXPRESS SAHARANPUR(11PM) SE HOTE HUE BIJNORE,MORADABAD,BARELI, SHAHJANHPUR,KO HOTE HUE LUCKNOW AA RAHI HAI. JO RASTE ME STATION PAD RAHE WAHAN SE SAB LOG AAYE PLZ.....

Sahara samay par news me aa raha hai sarkar ansan kar rahe logo ko hatane ka prayas kar rahi hai.

mai bhi lko aa raha hu...............chalo sabhi chalo....

dosto. u.p. gov. chup rah kar kootniti se apna maksad poora karna chahti hai wo apne kisi bhi din tetions k khilaf koi bhi ghoshna kar sakti hai isi liye taiyar raho apni unity banaye rakho aur lucknow pahunch kar anshan me bhag lijiye. isse hum ekjut honge aur kisi bhi antytet faisle k virudhh lad sakenge. MAI UN DOSTON SE BHI ANURODH KARUNGA JISME UNHEN BHRAM HAI ACADEMIC MERIT SE UNHEN PHAYDA HAI YAD RAKHIYE C.BS.E. JUGAD K FARJIFICATION K NUMBER WALE TET NIRAST HONE KA BESABRI SE WAIT KAR RAHE HAI. AGLI BAR KAHIN AISA NA HO AAP ACC MERIT BANWA KAR APNE PAIRON PAR KULHADI MAR LEN. TET MERIT BANNE SE DOBARA BHI CHANCE MIL SAKTA HAI BUT ACC ME EK BAR BAHAR HONE K BAD AAJ TAK KOI BHI ANDAR NAHIN AAYA HAI. 90% LOG TET MERIT K FAVOR ME HAIN IS LIYE "TEST IS BEST TET IS BEST" ALL THE BEST!!!!!!!!!!!!!!

LUCKNOW AAO DOSTO ..... YAHAA PAR AAP SAB KI ZROORAT HAI.

Aj prath 10 bje se hmare lagbhag 40 pradhikarigarh ansan pe baith gye hai. or abhi tak ki safalta ye hai ki Sachiv, Basic Shiksha ne likhit roop me yeh bol dia hai ki pichle 3-4 dino se paper me TET se related jo bhi news aa rhi hai wo sb galat hai or hm aisa koi bhi kadam nhi uthane ja rhe hai. Phir bhi dosto hm tab tak nhi uthenge jab tak ki wha se hme koi thosh aswasan nhi mil jata. Esliye kripya adhik se adhik sankhya me Lucknow phuch kr apni bhagidari sunischit kre or apni ladai ko urja pradan kre.

jo log aaj lucknow me anshan me nahi pahuch pay hai we sabhi kal jaroor pahuche.... jo log aaj lucknow me anshan me nahi pahuch pay hai we sabhi kal jaroor pahuche....


lucknow me anshan chal raha hai aap log adhik se adhik sankhaya me jaroor pahunche mai bhi kal 15 mitron ke saath 9 baje pahuch raha hoon naukari 100% milegi thanks........


good news from lucknow sarkar tet merit candidate ke bhari dabaw ko dekhate hue agle do dino ke ander tet merit se chayn prakriya suru karane par sahamat ho gayi hai.... hay hum jeet gaye.....


abhi anshan chal raha hai...aur chalta rahega jab tak hume kamyabi nahi milti

Wait for an hour for more UPDATES.

लखनऊ, 29 मार्च (जागरण संवाददाता) : अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थी अब आमरण अनशन करने को बाध्य हो गए हैं। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघर्ष मोर्चा की गुरुवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक इस पक्ष में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं हो जाता। गौरतलब है कि अभ्यर्थी टीईटी निरस्त होने की आशंका के चलते आंदोलनरत हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि टीईटी में हुए घोटाले की गाज निर्दोष अभ्यर्थियों पर गिराना ठीक नहीं हैं। हालांकि मामला अभी कोर्ट में लंबित है। शिक्षक बनने के लिए इस वर्ष से अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता कर दी गई है। हालांकि परीक्षा का आयोजन शुरुआत से ही विवादों में रहा। परीक्षा परिणाम में संशोधन के नाम पर की गई धांधली में कई अधिकारियों को कार्रवाई की गई। बड़े स्तर पर हुई धांधली के कारण इस परीक्षा के निरस्त होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि इस आशंका से टीईटी पास अभ्यर्थियों की उम्मीदों को तोड़ दिया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि धांधली में उनका क्यो दोष? उन्होंने परीक्षा पास की है, परिणाम निकला है तो नियुक्ति की प्रक्रिया भी प्रारम्भ की जाए। इसी मांग की को लेकर प्रदेश भर के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी में पुलिस की लाठी भी खा चुके हैं। अभ्यर्थी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मिले लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला। गुरुवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इसमें विधानभवन के सामने धरनास्थल पर आमरण अनशन करने का निर्णय लिया गया है। 
अनशन शुक्रवार से शुरू होगा। संयुक्त संघर्ष मोर्चा के एसके पाठक और नितिन मेहता ने बताया कि अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश सरकार यह घोषणा नहीं करती कि टीईटी को रद नहीं किया जाएगा। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 30 नवंबर 2011 की विज्ञप्ति के अनुसार होगी। चयन का आधार टीईटी प्राप्तांक की मेरिट ही रखा जाए। बैठक में विवेकानंद, विवेक मिश्र, विजय सिंह तोमर व अन्य उपस्थित रहे।:

News : Jagran (30.3.12)